डी पी आर के नाम पर झांसा मंजूर नहीं, आंदोलन होगा तेज
खेतङीं, यमुना नहर का पानी सिघ्र लाने के लिए पुरानी डी पी आर मंजूर करने, काटली नदी को पुनर्जीवित करने, ओलावृष्टि व शीत प्रकोप से नष्ट हुई रबी 2023 फसलों के मुआवजे से वंचित किसानों को मुआवजा देने की मांग को लेकर अखिल भारतीय किसान महासभा के तत्वावधान में लोयल बस स्टैंड पर किसानों का धरना सातवें दिन भी जारी रहा । धरने की अध्यक्षता राजेंद्र शर्मा ने की । धरने को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव कामरेड रामचंद्र कुलहरि ने कहा कि राज्य सरकार ने एक तरफ इस आर सी पी की सन् 1917-18 की परियोजना के लिए नये एम ओ यू के अनुसार बजट में राशि का आवंटन कर दिया जबकि सन् 1994 की योजना का 17 फरवरी 2024 में एम ओ यू के समय चार माह में डी पी आर बनाकर पानी उपलब्ध करवाने की घोषणा की जा रही थी पांच माह बाद भी बजट में कार्य राशि का आवंटन न करके पुनः डी पी आर बनाने की घोषणा करके शेखावाटी की जनता के साथ छल किया है । धरने को कामरेड रामचंद्र कुलहरि के अलावा सुबेदार शीशराम, हवलदार रोतास काजला, हंसराम लांबा, पंकज बेरवाल, शंकर योगी, दुलीचंद, मनोहर गुर्जर, डाक्टर जीतु, सुरेश बेरवाल, रोतास बेरवाल,सुरेश मेघवाल, मदन सिंह राजपुत, राजेंद्र शर्मा, बहादुर सिंह राजपुत,कैलाश सैनी आदि ने संबोधित किया । सभी वक्ताओं ने आंदोलन को तेज करने का आव्हान किया ।