टेक्नोलॉजी बैंक ऑफ दी ईयर, वित्तीय समावेशन, आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस और मशीन लनिर्ंग, आई टी रिस्क मैनेजमेंट और डिजिटल इंगेजमेंट” सहित 7 राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित
चूरू, भारतीय बैंक संघ (आईबीए) की ओर से मुंबई में आयोजित 18वें वार्षिक टेक्नोलॉजी कॉन्फ्रेंस में विभिन्न श्रेणियों में वार्षिक टेक्नोलॉजी अवार्ड से बैंकों को सम्मानित किया गया। बैंक के मैनेजर (मार्केटिंग) गुमान सिंह शेखावत ने बताया कि इस दौरान टेक्नोलॉजी का उपयोग कर ग्राहकों तक बेहतर बैंकिंग सुविधाएं पहुंचाने, सुरक्षित डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने, नवीनतम टेक्नोलॉजी के साथ त्वरित ग्राहक सेवा उपलब्ध करवाते हुए व्यवसाय, अनुपालन और वित्तीय सुदृढ़ता के साथ बैंकिंग संपादित करने के परिणाम स्वरूप ग्रामीण बैंकों की श्रेणी में बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक को लगातार आठवीं बार राष्ट्रीय स्तर पर टेक्नोलॉजी बैंक ऑफ दी ईयर और सर्वोतम वित्तीय समावेशन हेतु लगातार चौथी बार प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया है। गौरतलब है कि बैंक वर्ष 2015 से लगातार इस हेतु पुरस्कृत किया जा रहा है। इनके अलावा तीन और श्रेणियों – बैंकिंग परिचालन में आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस और मशीन लनिर्ंग का उपयोग, आई टी रिस्क मैनेजमेंट और डिजिटल इंगेजमेंट हेतु भी बैंक को प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया। टेक्नोलॉजी टैलेंट और फिनटेक कोलाबोरेशन दो श्रेणियों में बैंक को द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है। खास बात यह रही कि इस वर्ष बैंक को सात पुरस्कार प्राप्त हुए हैं, जो कि वाणिज्यिक बैंकों, स्मॉल फाइनेंस बैंक, निजी बैंकों, ग्रामीण बैंकों तथा कॉपरेटिव बैंकों को मिला कर सभी श्रेणियों में इस वर्ष के सर्वाधिक पुरस्कार बीआरकेजीबी को मिले। टेक्नोलॉजी कॉन्फ्रेंस में ये पुरस्कार भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर टी रबी संकर, ज्यूरी हेड प्रोफेसर डॉ. दीपक फाटक आईआईटी मुंबई, आईबीए चेयरमैन ए के गोयल तथा आईबीए सीईओ सुनील मेहता द्वारा बैंक अध्यक्ष यादव एस ठाकुर को प्रदान किये गए।
बैंक द्वारा तकनीकी क्षेत्र में किए गए नए डेवेलपमेंट्स तथा ग्राहक सेवा को ऑटोमेटिक माध्यमों पर ले जाने हेतु बनाये गए नए मॉडल जैसे एमएसएमई, रीटेल लोन और केसीसी लोन ऑटोमेशन के साथ लोन ट्रैकिंग सिस्टम, ऑन लाइन लोन एप्लिकेशन सुविधा, पीएफएमएस मैनेजमेंट, पॉजिटिव पे सिस्टम और सीकेवाईसी ऑटोमेशन हेतु बैंक को यह सम्मान मिला है। टेक्नोलोजी के उपयोग से बैंक की ग्राहकोन्मुखी सेवाओं में लगने वाले समय में कमी आई है। इस वर्ष ही बैंक के सम्पूर्ण ऑडिट सिस्टम को ओटोमेट किया गया है। बैंक में बड़े वाणिज्यिक बैंको की तरह इन-हाउस एप्लिकेशन डेवेलपमेंट टीम है जो स्थानीय स्तर पर एप्लिकेशन डेवेलपमेंट में सक्षम है और लगातार एक के बाद एक नई टेक्नोलोजी बैंक को उपलब्ध करवा रही है। साइबर सुरक्षा और रिस्क मैनेजमेंट के क्षेत्र में बैंक आरबीआई और नाबार्ड के मानकों की अनुपालना कर रहा है। सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों मे नेटवर्क, तकनीकी और न्यून डिजिटल साक्षरता के बावजूद बैंक ने आईएमपीएस, यूपीआई, मोबाइल बैंकिंग और भीम के माध्यम से आम जन तक बैंकिंग सुविधाएं पहुंचाई गई है।
वित्तीय समावेशन के क्षेत्र मे बैंक द्वारा डिजिटल संशाधनों का उपयोग करते हुये 875 शाखाओं और 5300 से अधिक बैंक मित्रों और 12 मोबाइल एटीएम युक्त मुद्रा रथों के माध्यम से गैर बैंकिंग सुविधा क्षेत्रों को बैंक से जोड़ते हुए डोर टू डोर बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराई गई हैं। बैंक नई-नई तकनीकों के माध्यम से डिजिटल संसाधनों का उपयोग करते हुए वित्तीय साक्षरता को प्रदेश के अंतिम छोर तक पहुंचा रहा है।