एसएफआई ने रीट भर्ती की सीबीआई जांच करवाने की मांग
उदयपुरवाटी, [कैलाश बबेरवाल ] क्षेत्र की गुढ़ागौड़जी में छात्र संगठन एसएफआई ने गुढ़ा तहसील पर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला जलाया। तहसील महासचिव विकास जैदिया ने बताया कि एसएफआई ने रीट पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच करवाने, रीट के पद बढ़ाकर पचास हजार करने, एसएफआई नेताओ पर अलोकतांत्रिक तरीके से दर्ज किए गए मुकदमे वापिस लेने और प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए कड़े कानून बनाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया और मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया गया। जिला कमेटी सदस्य नीतू शेखावत ने बताया कि रीट, एसआई और जेईएन जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक होना सरकारी तंत्र की नाकामयाबी को प्रदर्शित करता है। सरकारी तंत्र और मंत्रियों की मिलीभगत से ही पेपर लीक हुए है। इसलिए सीबीआई जांच होना जरूरी है। जिससे दोषियों का पता चल सके और उन पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जा सके। जिससे बेरोजगार युवाओं का सरकार के प्रति विश्वास बना रहे। छात्र नेता राकेश गढ़वाल ने बताया कि शिक्षा संकुल से पेपर बाहर आना आसान नहीं होता। इसमें जरूर सरकार के नुमाइंदों और मंत्रियों की सांठ गांठ रही है। इसलिए दोषियों का पता लगाने के लिए सीबीआई जांच करवा कर गहलोत सरकार जननायक होने का फैसला करे अन्यथा बेरोजगार युवा सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेगा। एसएफआई की प्रिया चौधरी ने बताया कि जिस प्रकार से गहलोत सरकार ने जयपुर के शहीद स्मारक पर रीट के पद बढ़ाकर पचास हजार करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे रीट अभ्यर्थियों और एसएफआई के नेताओ मुकदमे दर्ज किए गए वो लोकतंत्र की हत्या है जिस प्रकार गहलोत सरकार लोकतंत्र की दुहाई देती है। असल में वोही गहलोत सरकार सबसे बड़ी लोकतंत्र की हत्यारी सरकार है इसलिए सरकार उन अभ्यर्थियों और एसएफआई के नेताओ पर दर्ज किए गए मुकदमे वापिस ले और रीट के पद बढ़ाकर पचास करे अन्यथा छात्र संगठन एसएफआई बड़े आंदोलन की ओर अग्रसर होगा। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार और प्रशासन की होगी। इस दौरान नीतू शेखावत, अभिषेक गुढ़ा, रिचा गुर्जर, प्रिया चौधरी, मनीषा, संदीप गुर्जर, अमित कोट, विकास गुढ़ा, सोनू, साजिद, ब्लॉक अध्यक्ष अंकित चौधरी, साहिल जैदिया, प्रदीप टोडी सहित कार्यकर्ता मौजूद रहे।