शिक्षा विभाग सहित विभिन्न विभागों की रहेगी सामूहिक भागीदारी
परिवहन विभाग को 24 जून से 10 जुलाई तक अभियान चला कर बाल वाहनियों के विरूद्ध कार्यवाही करने के दिये निर्देश
जिला बाल संरक्षण इकाई की त्रैमासिक बैठक सम्पन्न
सीकर, जिला बाल संरक्षण इकाई की त्रैमासिक बैठक जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी की अध्यक्षता में कल कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। जिला कलेक्टर ने बाल संरक्षण के क्षेत्र में योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने को कहा एवं बालकों के शिक्षा एवं स्वास्थ्य के साथ आवश्यक सुविधाओं का विशेष ध्यान रखने पर भी जोर दिया। जिला कलेक्टर चतुर्वेदी ने विभिन्न विभागों से उपस्थित अधिकारी, प्रतिनिधियों से आगामी कार्ययोजना के बारे में जानकारी लेकर उपस्थित स्वयंसेवी संस्था एवं बाल कल्याण समिति को निर्देश दिये कि कोरोना महामारी के दौरान अनाथ हुये बच्चों को राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली आर्थिक सहायता का सदुपयोग करना सुनिश्चित करें। उन्होंने मुख्य जिला शिक्षाधिकारी को विद्यालयों में जुलाई माह से सप्ताह में एक बार मंगलवार को प्रार्थना सभा में छात्र-छात्राओं को गुड टच, बेड टच, एनिमिया मुक्त राजस्थान अभियान, पोक्सों एक्ट के संबंध में जागरूकता के लिए गतिविधियां आयोजित करने के लिए कलेण्डर तैयार करने के साथ ही प्रत्येक गतिविधि के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिये। उन्होंने ब्लॉक टास्क फोर्स की नियमित बैठक आयोजित कर रिपोर्ट समय पर भिजवाने के साथ ही परिवहन विभाग को जिले में हाईवे पर चलने वाले वाहनों तथा बाल वाहनियों के विरूद्ध 24 जून से 10 जुलाई तक अभियान चला कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
जिला कलेक्टर चतुर्वेदी ने पुलिस, श्रम विभाग को निर्देशित किया कि ईट्ट-भटटों पर काम करने वाले बाल श्रमिकों की मुक्ति के लिए संयुक्त रूप से अभियान चलाये तथा बाल श्रमिकों को चिन्हित कर उन्हें विद्यालयों में प्रवेश दिलवाने का कार्य करें। उन्होंने उद्योग विभाग को निर्दे्श दिये कि औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित औद्योगिक इकाईयों में बाल श्रम नहीं होने के फ्लेक्सी, होर्डिंग्स दृश्य स्थानों पर लगाने के निर्देश दिये। जिला कलेक्टर चतुर्वेदी ने श्रम विभाग को निर्देशित किया कि जिले में बाल श्रम और भिक्षावृत्ति रोकने के लिए पुलिस एवं श्रम विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर बाल श्रम के विरूद्ध जिले में अभियान प्रारंभ करें ।
बैठक में राज्य बाल सरंक्षण आयोग के सदस्य शिव भगवान नागा ने कहा कि जिले में बाल श्रम उन्मूलन, बच्चों को उचित स्पर्श, अनुचित स्पर्श एवं जन समुदाय को लैंगिक संवेदनशीलता के बारे में जागरूक करने के लिए एनजीओ के माध्यम से विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाये। बैठक में बाल संरक्षण इकाई सहायक निदेशक प्रियंका पारीक ने बाल संरक्षण के लिए संचालित विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की प्रगति तथा ऑनलाइन प्रक्रियाओं की जानकारी दी तथा जिले में संचालित बाल गृहों तथा संस्थाओं के कार्यों तथा अब तक की प्रगति से अवगत करवाया। बैठक में बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मधु आर्य, सीएमएचओ डॉ. अजय चौधरी, अधीक्षक बाल सम्पे्रषण गृह डॉ. गार्गी शर्मा, उपनिदेशक आईसीडीएस सुमन पारीक, मुख्य जिला शिक्षाधिकारी रामचन्द्र पिलानियां, डीईओ लालचंद नहलिया, विकास अधिकारी, सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ओ.पी राहड़ , उप पुलिस अधीक्षक, जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक डी.के शर्मा, चाईल्ड हैल्प लाईन समन्वयक राहुल दानोदिया सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहें।