गुड़ा में
मंडावरा, [झाबरमल शर्मा ] निकटवर्ती ग्राम गुड़ा में बुधवार को विश्वकर्मा फर्नीचर हाउस में विश्वकर्मा पुजन दिवस मनाया गया। इस दिन सभी छोटी-बड़ी औद्योगिक इकाइयों के साथ ही मिस्त्रियों ने छुट्टी की और अपने औजारों की साफ-सफाई कर उनकी पूजा की। साथ ही भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना की गई। विश्वकर्मा पुजन दिवस के अवसर पर पूजन की सनातनी परम्परा का निर्वाह सभी छोटे बड़े कारीगरों द्वारा किया गया। औजारों के पूजन के बाद प्रदेश जांगिड़ समाज के नेता विकास जांगिड़ ने कहा कि पुराणों में वर्णित लेखों के अनुसार इस सृष्टि की रचना आदिदेव ब्रहमा जी द्वारा मानी जाती है। विश्वकर्मा जी की सहायता से इस सृष्टि का निर्माण हुआ, इसी कारण इन्हें देवताओं का इंजीनियर भी कहा जाता है। धर्म शास्त्रों के अनुसार विश्वकर्मा ब्रहमा जी की सातवीं संतान वास्तु के पुत्र थे। वे अपने माता-पिता की भांति महान शिल्पकार हुए। देवताओं का स्वर्ग हो या लंका के रावण की सोने की लंका या फिर भगवान कृष्ण की द्वारिका और पांडवों की राजधानी हस्तिनापुर, इन सभी राजधानियों का निर्माण भगवान विश्वकर्मा द्वारा किया गया था। इस मौके पर हिन्दू युवा वाहिनी वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रह्मदत्त मीणा सैनी समाज के नेता सन्तोष सैनी सुमीत राव बुधाराम नायक सुभाष सैनी राजेंद्र जांगिड़ सहित अनेक ग्रामीण मौजूद थे।