सांसद आदर्श गांव का अस्पताल इन दिनों भगवान भरोसे चल रहा है डॉक्टर सहित तीन कर्मचारी है जिसमें से अधिकतर बार सभी गायब रहते है, डॉक्टर तो मिलता ही नहीं, यहां प्रतिदिन 100-150 मरीजों की ओपीडी रहती है। मामले में ग्रामीणों ने कई बार अधिकारियों को भी शिकायत की लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। डॉक्टर मुकेश सैनी महिने में 15 रोज ही मिलता है जिससे लोगों मे रोष है। अस्पताल में दो कर्मी है जो एक ही आता है एक कर्मी डेपुटेशन पर गुहाला है, रात को एक भी कर्मचारी नहीं मिलता। डिलीवरी वाली महिलाएं भी इलाज के लिए नीमकाथाना या गुहाला जाना पड़ता है। चिकित्सा अधिकारी से चिकित्सक को पाबंद करने की मांग की है।
जांच केंद्र के भी ताला जांच कराने वाले मरीज भी परेशान हो रहे है लैब टेक्नीशन नहीं होने से जांचे भी गुहाला ही करानी पड़ रही है। गांव की सीएचसी में डॉक्टर नहीं मिलने से मरीजों को मजबूरी में झोलेछाप से इलाज कराना पड़ा रहा है। कई बार लोगों को इनसे इलाज कराना महंगा पड़ गया, जान तक पर बन आती है।