जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने आवश्यक सेवाओं, जन्म-मृत्यु पंजीयन, सतत विकास लक्ष्यों को लेकर बैठक में दिए निर्देश, एडीएम अर्पिता सोनी, सीईओ श्वेता कोचर सहित अधिकारी रहे मौजूद, कहा- विकास लक्ष्यों में अपेक्षित कार्यवाही कर टॉप 3 में आए चूरू जिला
चूरू, जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने सोमवार को डीओआईटी वीसी सभागार में आवश्यक सेवाओं, जन्म-मृत्यु पंजीयन व सतत विकास लक्ष्यों को लेकर बैठक में आवश्यक निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि शिक्षा विभाग व परिवहन विभाग समन्वित ढंग से स्कूली बसों में परिवहन की जांच करें। बिना परमिट, ओवरलोड व ओवरस्पीड चलने होने वाली बसों के विरूद्ध कार्यवाही करें। बिना मानक के चलने वाली बसें हादसे का कारण बन सकती हैं।
उन्होंने सभी उपखंड अधिकारियों, विकास अधिकारियों व पीएचईडी अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके क्षेत्राधिकार में खुले बोरवेलों को आइडेंटिफाई करें तथा उन्हें बंद करवाएं। उन्होंने आवश्यक सेवाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले में समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित हों। अधिकारी फील्ड स्तरीय मशीनरी को एक्टिवेट करें। नियमित प्रगति रिपोर्ट लें तथा किसी प्रकार का गैप होने पर समुचित व्यवस्था करें। आमजन को बेहतरीन सुविधाओं का लाभ मिले, इस दिशा में विभागीय प्रबंधन करें।
उन्होंने सतत विकास लक्ष्यों को लेकर चर्चा करते हुए कहा कि सतत लक्ष्यों में सम्पूर्ण प्रदेश में जिला पांचवी रैंक पर है। अधिकारियों के अपने दायित्व निर्वहन में गंभीरता से यह सकारात्मक परिणाम हैं। हम और गुंजाइश तलाशते हुए अपेक्षित कार्यवाही करें ताकि जिला टॉप 3 में शुमार हो। उन्होेंने सतत विकास लक्ष्यों के पैरामीटर को दैनिक गतिविधियों में शामिल करते हुए एनालिसिस व प्रगति के निर्देश दिए।
उन्होंंने अच्छे स्वास्थ्य, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, लैंगिक समानता, स्वच्छ जल व स्वच्छता, इकॉनोमिक ग्रोथ, नवाचार व इन्फ्रास्टक्चर,सस्टेनेबल सिटीज व कम्युनिटीज, रिस्पॉन्सीबल कंजप्शन व प्रोडक्शन, शांति, न्याय व मजबूत संस्थाओं सहित एसडीजी इंडीकेटर्स की चर्चा करते हुए बेहतरी के निर्देश दिए। सांख्यिकी उपननिदेशक आरजी सेपट ने सतत विकास लक्ष्यों की रूपरेखा प्रस्तुत की।
सुराणा ने जन्म -मृत्यु पंजीयन की चर्चा करते हुए कहा कि जन्म-मृत्यु घटना घटित होने के उपरांत संस्थानों में ही पंजीयन कार्य किया जाए। निर्धारित समय में प्रमाण-पत्र जारी किए जाएं तथा विभाग के निर्देशों की शत प्रतिशत पालना की जाए। इसके उपरांत की प्रक्रिया के बारे में आमजन को भी समुचित जानकारी दी जाए ताकि उन्हें अनावश्यक परेशानी न हो।
उन्होंने बिजली व पेयजल आपूर्ति, चिकित्सा सेवाओं, सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों, जनसुनवाई में प्राप्त प्रकरणों के निस्तारण, विभागीय गतिविधियों के बारे में चर्चा की।
इस दौरान एडीएम अर्पिता सोनी ने दिशा-निर्देशों की समुचित पालना करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर सीईओ श्वेता कोचर, डीएफओ भवानी सिंह, एसडीएम बिजेन्द्र सिंह, एडीपीआर कुमार अजय, एसीईओ दुर्गा ढाका, सीएमएचओ डॉ मनोज शर्मा, पशुपालन संयुक्त निदेशक डॉ ओमप्रकाश, डीओआईटी एसीपी नरेश टुहानिया, डीएसओ सुरेन्द्र महला, कॉपरेटिव डीआर विभा खेतान, पीएचईडी प्रोजेक्ट एसई राममूर्ति, डिस्कॉम एसई आरपी वर्मा, सानिवि एसई चैतन्य पंवार, कोषाधिकारी प्रवीण सिंघल, आईसीडीएस उपनिदेशक डॉ नरेन्द्र शेखावत, जिला खेल अधिकारी प्रकाश राम गोदारा, सहायक कृषि अधिकारी कुलदीप शर्मा, डॉ निरंजन चिरानिया, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी अनीश खान, चूरू नगरपरिषद आयुक्त अभिलाषा सिंह, कनिष्ठ रोजगार अधिकारी सुशीला कताला, शिवप्रकाश शर्मा, गोविंद राहड़ सहित वीसी के जरिए सभी उपखंडों से अधिकारी, कर्मचारी जुड़े रहे।