सीकर, बाल अधिकारिता विभाग सीकर की सहायक निदेशक डॉ. गार्गी शर्मा के निर्देशन में चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 के जिला समन्वयक राहुल दानोदिया को 06 सितम्बर 2024 को रात को सूचना मिली की सहारनपुर रेल्वे स्टेशन उत्तरप्रदेश मे आर.पी.एफ थाने को रेल्वे स्टेशन पर एक बच्चा गुमशुदा मिला, जिसको चाइल्ड हेल्पलाईन सहारनपुर को सुपूर्द किया। बच्चे से बात करने पर उसकी भाषा समझ नही आ रही थी और बच्चा केवल रामगढ शेखावाटी बता रहा था। बच्चे की भाषा राजस्थान की लग रही थी।
चाइल्ड हेल्पलाइन सहारनपुर ने गुगल पर रामगढ शेखावाटी सर्च किया तो सीकर की लोकेशन बताई जिस पर सहारनपुर चाइल्ड हेल्पलाइन ने सीकर चाइल्ड हेल्पलाइन के जिला समन्वयक राहुल दानोदिया से सम्पर्क किया तो राहुल दानोदिया ने बच्चे से बात कर काउंसलिंग की तो बच्चे ने रामगढ़ शेखावाटी के आस-पास का बताया। रामगढ शेखावाटी मे रेल्वे लाइन के पास डेरा बस्ती में रहते है। है। मेरे पिता का देहान्त हो चुका है। मैं अभी दादा-दादी के पास ही रहता था।
समन्वयक राहुल दानोदिया ने रामगढ शेखावटी थाने से बच्चे की मिंसिग रिपोर्ट की जानकारी ली तो वहां मिंसिग रिपोर्ट दर्ज नही थी, उन्होंने थाने के पुलिस बाल-कल्याण अधिकारी श्रवण से बात कर उनको बच्चे के घर की लोकेशन बताई। देर रात पुलिस अधिकारी ए.एस. आई ने बच्चे के परिजन की तलाश की तो बच्चे के दादा-दादी मौके पर मिले जिनको बच्चे के बारें में सूचना दी गई और उनको सम्पर्क नम्बर दिये गये।
चाइल्ड हेल्पलाईन सीकर समन्वयक ने बच्चे के ताऊ से बात कर पूरी जानकारी दी और बताया कि बच्चे के पिता का देहान्त हो गया है। 2 महिने पहले बच्चे की माता अपना गुजारा करने के लिए बच्चे को लेकर यहां से चली गई थी। समन्वयक ने उनसे कहा कि वें बच्चे के दस्तावेज लेकर सहारनपुर उत्तरप्रदेश जाकर बच्चे को लेकर आ जाए। 10 सितम्बर 2024 को बच्चे की मम्मी और मामा को सहारनपुर भेजकर बच्चे को अपने घर भिजवाया गया। वर्तमान में बच्चा रामगढ शेखावटी मे दादा-दादी के पास है।