चूरू, [सुभाष प्रजापत ] राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, नई दिल्ली की ओर से 22 अगस्त को जिले के आकांक्षी खंड राजगढ़ में शिकायत निवारण शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग के निर्देशानुसार सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में इस संंबंध में तैयारी बैठक का आयोजन कर आवश्यक व्यवस्थाओं पर विचार-विमर्श किया गया। इस मौके पर एडीएम लोकेश गौतम ने अधिकारियों से कहा कि सभी संबंधित अधिकारी शिविर के संबंध में समुचित तैयारी करें और चाही गई सूचनाएं समय से उपलब्ध करवाएं। उन्होंने बताया कि शिविर में सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति अपरिहार्य रहेगी। शिविर से पूर्व स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग तथा ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग द्वारा संवेदनशील एवं जोखिम वाले बच्चों के संबंध में सर्वे किया जाएगा तथा निर्धारित प्रपत्र में रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। शिविर से दो दिन पूर्व राष्ट्रीय आयोग की टीम भी संबंधित ब्लॉक में आ जाएगी। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि अपने-अपने विभाग से संबंधित तैयारियां सुनिश्चित करें और शिविर को गंभीरता से लें। शिविर को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही एवं शिथिलता नहीं बरतें। उन्होंने नायब तहसीलदार एवं अन्य अधिकारियों को शिविर के समुचित प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग शिविर से लाभान्वित हो सकें।
जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक प्रमोद शेखावत ने शिविर के संबंध में जानकारी प्रदान की और बताया कि शिक्षा से वंचित, ड्रॉप आउट, अनाथ, आर्थिक तौर पर असमर्थ, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों, ट्रांसजेंडर, प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित, कोविड से प्रभावित, बाल तस्करी की चपेट में आए बच्चों सहित विभिन्न बच्चों, परिवारों को वल्नरेबल की श्रेणी में रखा गया है।
इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीआर मीणा, एडिशनल एसपी जयसिंह तंवर, सीडीईओ जगबीर सिंह यादव, डीईओ प्रारंभिक संतोष महर्षि, सीएमएचओ डॉ मनोज शर्मा, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक अरविंद ओला, साक्षरता अधिकारी ओमप्रकाश फगेड़िया, सीडीपीओ सीमा गहलोत सहित संबधित अधिकारीगण मौजूद रहे।