तम्बाकू, बीड़ी, सिगरेट पीने वालों को टोकेंगे
सीकर, राज्य सरकार की निरोगी राजस्थान की परिकल्पना को साकार करने में चिकित्सा विभाग जुटा हुआ है। इसके तहत तम्बाकू मुक्त राजस्थान अभियान के तहत बनाई गई 100 दिवसीय कार्य योजना के तहत विभाग द्वारा बच्चों, किशोर किशोरियों, युवाओं, बुजुर्गो को तम्बाकू, शराब व अन्य नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाले शारीरिक व मानसिक नुकसान के प्रति जागरूक किया जा रहा है। विभाग की टीमें शिक्षण संस्थाओं व आंगनबाड़ी केंद्रों पर जाकर तम्बाकू व नशा मुक्त जीवन जीने तथा नशीले पदार्थ व तम्बाकू का सेवन करने वालों को इसे छोड़ने के लिए प्रेरित करने की शपथ दिलवाई जा रही है। वहीं गांवों, कस्बों में जनजागरूकता से संबंधित कई गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। गांवों में वीएचएनसी के माध्यम से तम्बाकू छोड़ों, जीवन से नाता जोड़ों, बीड़ी, सिगरेटी की आदत कैंसर को दावत, तम्बाकू को जिसने गले लगाया, मौत को उसने पास बुलाया सरीखे नारे लिखवाए जा रहे हैं। इसकी के तहत सोमवार को लक्ष्णगढ़, फतेहपुर ब्लॉक के गांवों में आंगनबाडी केंद्रों पर विभाग की टीमों ने बच्चों, युवाओं, नौजवानों, महिलाओं को तम्बाकू, गुटखा का सेवन नहीं करने तथा बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, तम्बाकू, जर्दा, खैनी आदि का सेवन करने को टोकेंगे की शपथ दिलाई गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अजय चौधरी ने बताया कि तम्बाकू मुक्त राजस्थान अभियान की परिकल्पना को साकार करने के लिए व्यापक स्तर पर गतिविधियों का आयोजन कर आमजन को जागरूक किया जा रहा है। वहीं व्यापारियों व दुकानदारों से भी 18 साल से कम आयु के बच्चों को तम्बाकू जनित उत्पाद नहीं बेचने की समझाईश की जा रही है। उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सीपी ओला ने बताया कि विभाग की टीम समझाईश के साथ साथ कोटपा एक्ट का उल्लंघन करने वाले दुकानदारों, व्यापारियों का चालान भी कर रही है। साथ ही व्यापारिक प्रतिष्ठानों, दुकानों पर तम्बाकू उत्पाद का प्रदर्शित नहीं करने, शिक्षण संस्थाओं के 100 गज के दायरे में तम्बाकू उत्पाद बेचने पर प्रतिबंध लगाने, बीडी सिगरेट के विज्ञापन संबंधी फ्लैक्स, बैनर आदि हटाए जा रहे हैं। वहीं सार्वजनिक स्थानों पर बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, खैनी, जर्दा का सेवन करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के जिला समन्वयक डॉ संजय शर्मा ने बताया कि जिलेभर में जनजागरूकता रैली, वाद विवाद प्रतियोगिता, स्लोगन, नारा लेखन के माध्यम से आमजन को जागरूक किया जा रहा है। तम्बाकू नियंत्रण को लेकर विभाग की ओर से हर स्तर पर कार्रवाई की जा रही है, ताकि लोग तम्बाकू व अन्य नशीली वस्तुओं को छोड़कर नशा मुक्त जीवन यापन कर सकें।