चिड़ावा तहसील के बामणवास गांव में कुछ महिने पहले मस्जिद के इमाम हाफिज जावेद का बेटा मोहम्मद इमरान खेत में खेलते वक्त टूटी हुई 11 हजार लाईन की चपेट में आ जाने से बुरी तरह से झुलसा गया था। इमाम के पास जो कुछ था उसने अपने बेटे की जान बचाने के लिए बेटे के इलाज पर लगा दिया। स्थिति ये हो गई थी के इमाम के पास खाने के पैसे भी नही थें। पीडि़त की एक दिन छोडक़र डे्रसिंग होती है। गांव से दुर शहर के अस्पताल में डे्रसिंग करवानी पड़ती है। जिसमें ट्रांसपोर्ट किराया भी लगता था। इमाम की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर थी। इस वजह से इलाज में इमाम को बड़ी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा था। इस स्थिति में इमाम की टूटी हुई उम्मीदों को जिन्दा करते हुये एक सहारा नजर आया। चर्चा में रहने वाली सामाजिक संस्था ईत्तेहादुल मुस्लिमिन टीम इमाम के पीडि़त परिवार की सुध लेने पहुंची। संस्था की तरफ से आर्थिक मदद की गई। इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष जूबैर कुरेशी ने बताया की जब तक बच्चे का इलाज होगा संस्था समाज सेवा करने वालो से आर्थिक मदद लेकर बच्चे के पीडि़त परिवार की आर्थिक मदद करती रहेगी। इस मौके पर संस्था टीम के मकसुद काजी, अंसार अली मुजतर, सकील खान, शाहिन कुरेशी, लतीफ लुहार, आसिफ टेलर, आशिक फारूकी, अयूब रंगरेज, रफीक काजी सहित संस्था के मेम्बर मौजूद रहें।
संस्था की प्रेरणा से चिड़ावा के समाज सेवी ने पूरा इलाज करवाने की जिम्मेदारी ली – हिन्दु मुस्लिम भाईचारा व गंगा जमुना तहजीब को कायम करते हुये चिड़ावा के समाज सेवी प्रमोद खेदड़ ने एक बहुत ही बेहतरीन मिशाल पेश की। आज के युग में ऐसे ही समाज सेवा करने वालो की समाज को जरूरत है। ईत्तेहादुल मुस्लिमिन संस्था को मदद करते देखे चिड़ावा के प्रमोद खेदड़ ने बच्चे को अच्छे हॉस्पिटल में भर्ती करवाकर पूरे इलाज की जिम्मेदारी ली।