जिला विधिक साक्षरता समिति की ओर से नाल्सा औैर राल्सा के एक्शन प्लान के तहत पुलिस लाइन्स में स्थित आपणी पाठशाला में विश्व मानसिक दिवस मनाया गया। इसके तहत पाठशाला के बच्चों को मानसिक स्वास्थ्य की जानकारी दी गई। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एडवोकेट रामेश्वर प्रजापत ने बच्चों को सम्बोधित करते हुये कहा कि प्रात:काल जल्दी उठना चाहिए। प्रात:काल की वायु मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। उन्होंने स्वस्थ रहो, मस्त रहो, पढते रहो, आगे बढते रहो का नारा दिया। प्रजापति ने कहा कि स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहेगा बचपन में, तो हम बुढे से लगने लग जायेंगे पचपन में । उन्होंने कहा कि घर मन्दिर होता है माता पिता अपने देवी-देवता हैं। इसी प्रकार शाला मां सरस्वती का मन्दिर है गुरूजन भगवान तुल्य हैं। इनके मान-सम्मान में कोई कमी नहीं रहने देनी है तथा इनके मार्गदर्शन से आगे बढना है। पढ लिखकर किसी की आंखो की चुभन नहीं बनना है। बल्कि आंखो का तारा बनना है। एडवोकेट सांवरमल स्वामी ने बताया कि मानव जीवन में नशा, मानव के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। वह मानव के सम्पूर्ण क्रियाकलाप को प्रभावित करता है। विजयलक्ष्मी ने बताया कि राज्य सरकार ने मानसिक स्वास्थ्य अधिनियम की धारा 5 के अनुसार केन्द्र अथवा राज्य सरकार पर मनोचिकित्सालय व नर्सिंग होम स्थापना करने का दायित्व है। पीएलवी ज्योति सिंह व मयंक अग्रवाल ने बताया कि सरकार द्वारा संचालित मनोचिकित्सालय में कोई भी मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति भर्ति होने और उपचार प्राप्त करने का अधिकारी है। कार्यक्रम का समापन कांस्टेबल गीता देवी ने किया तथा शिविर में कांस्टेबल चन्द्रकला, गीता देवी, विकास, नीलम, ओमप्रकाश, तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की टीम, पीएलवी, मयंक अग्रवाल, ज्योति सिंह, विजयलक्ष्मी चन्द्रकला, गीता देवी, विकास, नीलम, ओमप्रकाश आदि मौजूद थे।