राजस्थान उर्दू टीचर्स एंड लेक्चरर्स एसोसिएशन की तरफ से शुक्रवार को बागला स्कूल के असेंबली हॉल में अंतरराष्ट्रीय उर्दू दिवस मनाया गया। पुलिस उप अधीक्षक हुकम सिंह जमीर ने तसव्वुफ और खुदी के जरिए इकबाल को खिराजे अकीदत पेश की । इस अवसर पर जमीर को डा अल्लामा इकबाल अवार्ड 2018 से भी नवाजा गया।विशिष्ठ अतिथि जिला कोषाधिकारी पवन कस्वां ने ने कहा कि उर्दू आम हिंदुस्तानियों की जुबान हैजो दिलों को दिलों से जोडऩे का काम करती हैं।डिप्टी सुपरिन्टेन्डेन्ट ऑफ पुलिस अयूब खान ने कहा कि उर्दू पुलिस महकमे को भी जीनत बख्शती है जहां उर्दू का आज कसरत से इस्तेमाल होता है। लॉ कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ एस के सैनी ने कहा कि आज भी कानून की बहुत सी शब्दावलियां उर्दू में ही मौजूद हैं इस जुबान के अल्फाज असरदार होते हैं,शायर बनवारीलाल खामोश, इद्रीस राज चुरुवी, मजहर चुरुवी,लालमोहम्मद चेजारा, यूसुफ खान रामस्वरूप सहारन, ,अब्दुल जब्बार, हाजी अब्दुल सत्तार अंसारी, जिला परिवीक्षा एंव समाज कल्याण अधिकारी अशफाक खान आदि ने संबोधित किया। अध्यक्षता करते हुए शहर काजी मौलाना अहमद ने कहा कि इकबाल में वतन की मोहब्बत कूट कूट कर भरी हुई थी। इस अवसर पर संस्कृत अध्यापक संजय सर्वा की किताब नजर आई वो हूर का विमोचन भी किया गया। राजस्थान उर्दू टीचर्स एंड लेक्चरर्स एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष डॉ शमशाद अली ने अंतरराष्ट्रीय उर्दू दिवस की अहमियत बताते हुए उर्दू जुबान की तरक्की के लिए तजवीज पेश की व आलमी शायर डॉ अल्लामा इकबाल की जिंदगी पर तफसील से रोशनी डाली। राजस्थान उर्दू शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष सदीक खान रिसालदार की तरफ से सभी टीचर्स को को मोमेंटों व सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया ।जिला मंत्री मोहम्मद मोहसिन ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर भगवाना राम,ओम प्रकाश,तैयब हुसैन, खाखल, ,फज्ल हक, मोहम्मद सलीम, मुकुल भाटी, आमिन खान, हजारी मल,आबिद मंसूर, वसीम, इमरान अंसारी, उस्मान, अब्बास, अबरार,हसन खान,शकील दुर्रानी, असगर अली, अनीस नागरा आदि मौजूद थे।