भारत की 6 करोड़ जनता जिसने भारत सरकार रजिस्ट्रड पीएसीएल कम्पनी में 49100 करोड़ रूप्ये का निवेश किया था। जिसका करोड़ो रूप्ये आयकर के रूप में सरकारी खजाने में जमा हुआ था। जिसको सेबबी ने 2014 में बन्द कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने भारत सरकार व सेबी को 2016 में निवेशकों को भुगतान करने का आदेश दिया था। जिले के निवेशक अनिश्चितकालीन धरने के माध्यम से सरकार से निवेशित धन लौटने की मांग करते है। पांचवे दिन धरने पर बैठे अभी तक सरकार का कोई प्रतिनिधि वार्ता के लिए नहीं आया है। आज धरने पर जिलाध्यक्ष मान सिंह निर्बाण, के नेतृत्व में हरीश स्वामी, सुरेश पापटाण, शिवलाल सिंह, राजेन्द्र रक्षक, प्रेमचन्द दानोदिया, रणवीर सिंह कस्वां, सुशील शर्मा, रामु कड़वासरा, सलीम पीए, शबाना बानो, नूरदीन खां, विजय कुमार, आनन्द भाटिया, आत्माराम, सांवरमल, श्रवण, सतीश, रतन शर्मा, नेकीचन्द पंवार सहित जिलें के सैंकड़ों निवेशकों ने जिला कलक्टर के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया। अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ व किसान संघ चूरू ने समर्थन दिया।