कोचिंग संस्थान टीचिंग—नोन टीचिंग स्टाफ के पुलिस वेरिफिकेशन करवाना सुनिश्चित करें – जिला कलेक्टर
जिला स्तरीय कोचिंग निगरानी समिति की बैठक आयोजित
सीकर, जिला कलेक्टर सौरभ स्वामी की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय कोचिंग संस्थान निगरानी समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिले में संचालित कोचिंग संस्थानों पर प्रभावी नियंत्रण तथा इसमें अध्यनरत विद्यार्थियों को मानसिक संबल एवं सुरक्षा प्रदान करने के लिए कोचिंग संस्थानों एवं संबंधित अधिकारियों के लिए दिशा—निर्देश दिए गए। जिला कलेक्टर स्वामी ने निर्देशित किया कि कोचिंग संस्थानों के आस—पास 100 मीटर के दायरे में नशा संबंधी गतिविधियों की लगातार मॉनिटरिंग करें तथा सभी बच्चों के साथ-साथ हॉस्टल में काम करने वाले कार्मिकों का पुलिस वेरिफिकेशन करवाना सुनिश्चित करें।
जिला कलेक्टर सौरभ स्वामी ने समस्त कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधियों को निर्देशित किया कि उनकी कोचिंग में बच्चों की लगातार काउंसलिंग करवाई जाएं तथा संबंधित विवरण जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाया जाए। कोचिंग में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को मानसिक संबल प्रदान करने के लिए वन विभाग के समन्वय से छात्र—छात्राओं से नानी बीड़ में पौधारोपण करवाने के साथ ही कवि सम्मेलन, मूवी शो, लाफ्टर शो के कार्यक्रम आयोजित करने व जिस लेखक, प्रकाशक की पुस्तक छात्रों को पढ़ाई जा रही है उनकों संस्थान में आमंत्रित कर मोटिवेशन सेमिनार भी आयोजित किये जाये ताकि छात्र उनसे प्रेरित हो सके।
जिला कलेक्टर सौरभ स्वामी ने कोचिंग संचालकों से अपने संस्थान में नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश देते हुए बताया कि जिला प्रशासन अपने स्तर पर यह प्रयास भी करेगा कि एक ऐसा पोर्टल तैयार किया जाए जहां स्टूडेंट्स अपनी समस्या बता सके और उनकी समस्या का समाधान किया जा सके।
जिला कलेक्टर सौरभ स्वामी ने कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधियों से कहा की सभी कोचिंग संस्थान ई—कंप्लेन पोर्टल विकसित कर कोचिंग विद्यार्थियों की समस्याओं का समाधान करें। कोचिंग और हॉस्टल में स्ट्रिक्टली फायर सेफ्टी स्टैंडर्ड्स को फॉलो किया जाए।
जिला कलेक्टर ने बैठक में नगर परिषद के राजस्व अधिकारी महेश कुमार को निर्देश दिये कि पिपराली रोड पर फुटपाथ निर्माण कार्य में जो टाइल्स लगाई गई है, उनका रंग एक जैसा है तथा जगह-जगह पर मिट्टी पड़ी है। ऐसे में पता ही नही चल पाता कि वहां फुटपाथ भी है। उन्होंने फुटपाथ की टाइल्स का रंग परिवर्तन करने,फुटपाथ के किनारे रेलिंग लगाने के निर्देश दिये। बैठक में जिला कलेक्टर सौरभ स्वामी ने नगर परिषद को निर्देशित किया कि शहर की सभी निजी, सरकारी होर्डिंग की जानकारी रेट के साथ दी जाए तथा शहर में जो भी अवैध होर्डिंग लगाये गये है, उन्हें हटाने के लिए अगले सप्ताह से त्वरित अभियान शुरू किया जाए। उन्होंने सख्त निर्देश दिये है कि शहर में अवैध होर्डिंग को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने कोचिंग संचालकों से कहा कि वे अपने यहां काम करने वाले टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ का वेरिफिकेशन करवा कर आगामी बैठक में यह प्रमाण पत्र देवे कि उनके यहां काम करने वाले समस्त कार्मिकों का पुलिस सत्यापन करवा लिया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग के राजकोप सिटीजन एप का कार्य चल रहा है व एप रोल आउट होने के बाद कोचिंग संचालक अपने यहां काम करने वाले सभी कार्मिकों का सत्यापन स्वयं भी इस एप के माध्यम से कर सकेंगे।
बैठक में कोचिंग संचालकों ने सुझाव दिया कि वे स्वयं अपने स्तर पर कोचिंग संस्थानों में मोटिवेशनल और योगा सेशन करते हैं। लेकिन यदि पतंजलि, आर्ट आॅफ लिविंग, एनजीओ जैसी संस्थाओं से प्रशिक्षित इंस्ट्रक्टर से ऐसे सेशन आयोजित करवाये जायें तो छात्रों के लिए यह और भी ज्यादा कारगर साबित होंगे।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर राकेश कुमार,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामचन्द्र मुण्ड, सीकर एसडीएम जय कौशिक,सीएमएचओ डॉ.निर्मल सिंह, सहायक निदेशक प्रशासनिक सुधार विभाग इंदिरा शर्मा, जिला साक्षरता अधिकारी राकेश कुमार लाटा, डीईओ माध्यमिक शीशराम, प्रारंभिक लालचंद नहलिया, सीकर सीओ सिटी सुरेश शर्मा, सीओ ग्रामीण नरेंद्र कुमार सहित निगरानी समिति के सभी सदस्य तथा शहर की कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधि एवं मीडिया कर्मी बैठक में उपस्थित रहे।