नीमकाथाना, जिला कलेक्टर शरद मेहरा ने जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ आपदा प्रबंधन पर बैठक कर कहा कि आपदा कभी भी बताकर नहीं आती, इसलिए इसकी तैयारी पहले से होनी चाहिए। सभी अधिकारी संभावित आपदाओं का वर्गीकरण कर उनकी सूची तैयार करें तथा इस से कैसे निपटा जा सकता है का पूर्व प्लान तैयार करें। आपदा से निपटने के लिए सभी अधिकारियों की तैयारी इस प्रकार होनी चाहिए कि किसी भी समय किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटा जा सके। आपदा से निपटने के लिए सभी संबंधित विभागों में समन्वय होना चाहिए। कलक्टर मेहरा ने सूचना तंत्र को सक्रिय बनाने के लिए कर्मचारियों का नेटवर्क तैयार कर सक्रिय रखने के निर्देश दिए ताकि आपदा की तुरंत सूचना प्राप्त हो और जल्द से जल्द राहत की कार्यवाही की जा सके। वर्ष प्रारंभ होने से पहले ऊंची इमारतो, मोबाइल टावरो, पानी की टंकियो पर तड़ित चालक यंत्र लगाए जाएं, जिससे आकाशीय बिजली गिरने से होने वाली जन धन की हानि से बचा जा सके। स्कूलो, कॉलेजो में आपदा प्रबंधन पर विद्यार्थियों को ट्रेनिंग देने तथा आपदा प्रबंधन पर पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजित करवाने के निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अनिल कुमार, एसडीएम राजवीर यादव, सीएमएचओ विनय गहलोत, खनन विभाग के एएमई अशोक वर्मा, असिस्टेंट प्रोफेसर रोहित यादव, विजेंद्र शर्मा सहित आदि अधिकारी उपस्थित रहे।