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कंप्यूटर ऑपरेटर अपनी मांगों को लेकर पहुंचेंगे जयपुर शहीद स्मारक

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प्रदेश कार्यालय करौली से नंगे पैर पैदल यात्रा 31 मार्च को करेंगे जयपुर को

पदनाम परिवर्तन व स्थाई नियुक्ति को लेकर सरकार से कई बार हो चुकी है वार्ता

27 मार्च से कार्य बहिष्कार पर हैं मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच एवं दवा योजना कंप्यूटर ऑपरेटर

उदयपुरवाटी, [कैलाश बबेरवाल ] प्रदेश में आरटीएच बिल को लेकर डॉक्टरों की हड़ताल चल रही है। इसके बाद अब मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा एवं जांच योजना में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटरों ने भी कार्य बहिष्कार कर दिया है। प्रदेशभर के कंप्यूटर ऑपरेटर 27 मार्च से अपनी संस्थाओं एवं उच्चाधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर कार्य बहिष्कार किया था। आपको बता दें कि निःशुल्क जांच एवं दवा योजना में लगे कंप्यूटर ऑपरेटर अपनी 3 सूत्री मांगों को लेकर पिछले काफी समय से सरकार के समक्ष मांग उठा चुके हैं। इसके बावजूद भी उनकी मांगों को लेकर सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया। सरकार कई बार चुनावी घोषणाओं में भी वाद कर चुकी है। लेकिन अभी तक उन शर्तों को धरातल पर लागू नहीं किया गया। पिछले 10 सालों से इन योजनाओं में लगे ऑपरेटर संविदा पर कार्य कर रहे हैं। इस दौरान बार-बार उचित मानदेय बढ़ाए जाने की भी मांग की थी। लेकिन 10 साल बीत जाने के बाद भी मानदेय ज्यों का त्यों ही मिल रहा है।

जिस मानदेय में संविदा कर्मी लगे थे, आज भी वही मानदेय संविदा कर्मियों को मिल रहा है। जिससे परिवार चलाना तो दूर की बात, स्वयं का खर्चा भी वहन नहीं कर सकते। साथ ही पदनाम परिवर्तन व स्थाई नियुक्ति को लेकर भी सरकार से कई बार वार्ता हो चुकी है। लेकिन कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर सरकार गंभीर नहीं होने से अब संविदा कर्मचारियों को आंदोलन की राह अपनानी पड़ रही है। आंदोलन की राह पर 27 मार्च को करौली प्रदेश कार्यालय से नंगे पैर पैदल चले थे। ये सैकड़ों संविदा कर्मी 31 मार्च को जयपुर शहीद स्मारक पहुंचेंगे। जहां पर संपूर्ण राजस्थान के इन योजनाओं में कार्यरत संविदा कर्मी अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेंगे। संविदा कर्मियों के कार्य बहिष्कार के कारण सरकार की विभिन्न ये योजनाएं जो भारतवर्ष में प्रथम रही है। लेकिन अब संविदा कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के कारण सरकारी अस्पतालों में दवा योजना का कार्य भी प्रभावित हो रहा है। करौली प्रदेश कार्यालय से नंगे पैर पैदल यात्रा गुरुवार को बस्सी जयपुर पहुंच चुकी है। इस दौरान झुंझुनू जिले की उदयपुरवाटी से आनंद सिंह शेखावत, करौली से मानसिंह महोली, मनसुख, शुभम सोनी, राकेश कुमार, नरेंद्र कुमार सहित इस योजना में समस्त जिलों के पदाधिकारी एवं संविदा कर्मी नंगे पैर पैदल यात्रा में मौजूद हैं।

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