हर समय मदद के लिए तैयार हैं धीरजपुरा
दांतारामगढ़, [लिखा सिंह सैनी ] कहते हैं कि मुसीबत की घड़ी में एक इंसान की असली पहचान होती है जो भुला दे वह पराया और जो निभा दे वह अपना होता है कोरोना काल में भी ऐसे कई लोग उभर कर सामने है जो मुसीबत में मसीहा बनकर हर दिल अजीज बन गया ऐसी ही एक शख्सियत है सीकर जिले के दांतारामगढ़ के राजेंद्र धीरजपूरा जयपुर में व्यवसाय करने वाले राजेंद्र लॉकडाउन के दौरान जब अपने घर पहुंचे तो आराम करने की बजाय जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाने के अभियान में जुट गए और अपनी टीम को साथ लेकर पूरी विधानसभा क्षेत्र में कोई भी गरीब भूखा ना सोए का संकल्प भी लिया। इस परोपकार के कार्य में राजेंद्र धीरजपूरा की टीम जुटती गई और कारवां बढ़ता गया। राजेंद्र धीरज पुराने सबसे पहले सीकर जिला कलेक्टर को स्वास्थ्य कर्मियों के लिए पीपीई किट और 1500 एन95 मास्क भेंट किए इसके बाद तो समाज व जरूरतमंदों की सेवा के लिए पूरा जुनून राजेंद्र धीरजपूरा पर सवार हो गया लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद परिवारों को हजारों राशन सामग्री के पैकेट वितरित किए। इसके साथ ही लॉकडाउन में कई गरीब ऐसे परिवार जिनके पास इलाज के लिए आर्थिक तंगी थी उनको भी राजेंद्र धीरज पुराने पहुंचकर यथासंभव आर्थिक मदद की इतना ही नहीं अगर विधानसभा क्षेत्र में कहीं पर किसी परिवार में अनहोनी या प्राकृतिक आपदा से परेशानी आई तो राजेंद्र धीरजपूरा और उनकी टीम ने पहुंचकर उस परिवार की यथासंभव मदद की। इसके बाद अगले पड़ाव में राजेंद्र धीरजपुरा ने एक और नई मुहिम चलाई जो थी मनरेगा मजदूरों को फेस मास्क वितरित करने की धीरज पुराने 10000 मास्क वितरित करने का संकल्प लेते हुए मनरेगा श्रमिकों को कार्यस्थल पर जाकर अपने हाथों से मास्क वितरित किए और उनको कोरोना महामारी से लड़ने के लिए जो सावधानियां बरती जाती है उनके बारे में अवगत करवाया। इसके अलावा धीरजपुरा ने कोरोना काल में आमजन की सेवा में लगे कोरोना योद्धाओं को मास्क और सैनिटाइजर भेंट कर उनका सम्मान किया जिनमें पुलिस कर्मी स्वास्थ्य कर्मी मीडिया कर्मी और समाजसेवी लोग शामिल थे जिनका धीरजपुरा ने सम्मान किया। समाज सेवा की चलाई गई धीरजपूरा की यह मुहिम अभी भी लगातार जारी है और वह हर समय जरूरतमंद की सेवा के लिए तैयार खड़े मिलते हैं।