चंंवरा चौफूल्या में
चंंवरा, [जे पी महरानियां ] ग्राम पंचायत चंंवरा चौफूल्या में व्यापार मंडल एवं किसान संघर्ष समिति द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर दिया जा रहा धरना आज दूसरे दिन भी जारी रहा। धरने में आज काफी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुई। धरने पर बैठे धरनार्थियों ने बताया कि चौफूल्या से गुढा गोड़जी तक जाने वाली डामर सड़क को वर्ष 2017 में ठेकेदार द्वारा नव निर्माण के लिए उखाड़ दिया गया था जिसे आज तक नहीं बनाया गया तथा प्रशासन भी कुंभकरण की नींद सो गया है जिसका खामियाजा किसानों, मजदूरों, बीमार व्यक्तियों व व्यापारियों तथा वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। चौफूल्या से गुढ़ा गोड़जी की दूरी मात्र 11 किलोमीटर है जिसे तय करने में 1 घंटा लग जाता है वहीं खराब रोड़ से उड़ने वाली मिट्टी से किसानों की फसलें व आम आदमी का स्वास्थ्य खराब हो रहा है। बिजली की बढ़ी हुई दरों ने तो आम उपभोक्ता की कमर ही तोड़ दी है। पुलिस प्रशासन कोरोना महामारी की आड़ लेकर आठ गांवों के मजदूर किसानों को जबरन परेशान कर इनके निजी वाहनों के तीन हजार से लेकर पांच हजार रुपए तक के चालान काटे जा रहे हैं जो इनकी सहनशक्ति से बाहर है जिससे आम आदमी परेशान है। क्षेत्र में पानी की विकट समस्या होने के कारण नहर के पीने के पानी की तत्काल व्यवस्था की जाए। बेरोजगारों को पैंतीस सौ रुपए भता दिया जाए। छ: माह का घरेलू विद्युत बिल माफ किया जाए आदि मांगों को लेकर धरना दिया जा रहा है जो आज दूसरे दिन भी जारी है। 31 अगस्त को प्रशासन को जगाने के लिए चौफूल्या पर बड़ी सभा होगी। धरने को मदन यादव किसान सभा महामंत्री झुंझुनू , अरविंद गढ़वाल पूर्व सचिव एसएफआई, किसान सभा अध्यक्ष नत्थू राम सैनी चंवरा-चौफूल्या, मालीराम सैनी किशोरपुरा, रतन धाबाई ने संबोधित किया। धरना स्थल पर भागीरथ, मनोहर लाल, राकेश कुमार गुड़ा, अनिल कुमार ककराना, राजेश कुमार, सीताराम सैनी, मोहर सिंह सैनी किशोरपुरा, पप्पू सैनी, शिवपाल, मक्खन लाल, सुरेश कुमार, सुनील लूनियां नौजवान सभा अध्यक्ष, दयानंद अलरिया, निवास मिस्त्री, सुरेश बैटरी डायनामा, मक्खन किशोरपुरा, शीशराम सैनी, रतन गुर्जर तथा महिलाओं में सुषमा कुमारी, सुनीता, बनारसी देवी, राधा देवी, संतोष देवी, लक्ष्मी देवी, कमला देवी, चंपा देवी आदि मौजूद रही।