झुंझुनू, श्री जेजेटी यूनिवर्सिटी में एनसीसी विद्यार्थियों सहित सभी छात्र-छात्राओं को हरियाणा से आए मुख्य अतिथि कर्नल डी एस देशवाल ने एक समारोह के दौरान अपने उद्बबोधन में कहा कि डिफेंस में जाने वाले विद्यार्थियों के लिए अनुशासन सर्वोपरी है। अगर विद्यार्थी अनुशासन में रहकर अपनी भाषा पर कमान रख सकता है तो वह जीवन के रास्ते स्वयं ढूंढ लेता है। उन्होंने कहा कि सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट सबसे जरूरी है विद्यार्थियों को लक्ष्य के साथ अगर आगे बढ़ना है तो कम्युनिकेशन स्किल डेवलपमेंट भी अपनाना पड़ेगा। उन्होंने विनम्रता सादगी और सरलता का मंत्र बताते हुए कहा कि भाषा पर कमान होगी तो कोई भी व्यक्ति बुरा नहीं कहलाएगा। उन्होंने कहा कि वह समय-समय पर यहां आकर डिफेंस में जाने वाले विद्यार्थियों को अपना मार्गदर्शन करते रहेंगे। इस अवसर पर जेजेटी के प्रेसीडेंट डॉ देवेंद्र सिंह ढुल ने उनके जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला और कहा कि अब जेजेटी के विद्यार्थियों को कर्नल साहब अपना मार्गदर्शन देंगे और डिफेंस के क्षेत्र में जाने वाले विद्यार्थियों को इनका लाभ मिलेगा। अब तक इन्होंने लगभग 400 विद्यार्थियों को डिफेंस में अधिकारी के रूप तैयार किया है। इस अवसर पर एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉ. अरुण कुमार ने कर्नल डी एस देशवाल का जीवन परिचय दिया। इंजीनियर बाल किशन टीबड़ेवाला एवम मुंबई से आई यूनिवर्सिटी की निदेशक उमा विशाल टिबडेवाला प्रो प्रेसीडेंट डॉ मधु गुप्ता ने कर्नल देशवाल का शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया। पूर्व में एनसीसी कैडेट्स द्वारा मुख्य अतिथि कर्नल डी. एस देशवाल को गार्ड ऑफ ओनर दिया गया। कार्यक्रम से पूर्व जेजेटी के विभिन्न खेल ग्राउंड का विजिट भी किया गया। कार्यक्रम में जेजेटी रजिस्ट्रार डॉ अजीत कस्वा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन डॉ.तनुश्री ने किया। इस अवसर पर निदेशक उमा विशाल टीबरेवाला वित्त अधिकारी डॉ.अमन गुप्ता डॉ. अनिल कड़वासरा, डा.रामदर्शन फोगाट डॉ सुरेंद्र कुमार , डॉ महेश सिंह राजपूत डॉ इकराम कुरेशी, पीआरओ रामनिवास सोनी, कपिल जानू सहित विश्वविद्यालय स्टाफ मौजूदा था।