शिमला [अनिल शर्मा ] एक तरफ राज्य सरकार गौरव यात्रा निकाल कर अपनी गौरव गाथा का गान कर रही है। वहीं दूसरी तरफ शिमला निवासी दिव्यांग होशियार जो दोनो आंखों से अन्धा है पिछले सात माह से पेन्शन न मिलने के कारण दाने दाने को मोहताज हो रहा है। वह कभी उपकोष कार्यालय खेतडी तो कभी डाकघर के चक्कर काट काट कर परेशान हो चुका है। वह रोज पेन्शन का इन्तजार करता है तथा दुकानदार भी लम्बी उधार होने के कारण सामान देने मे आनाकानी करने लग गये हें। होशियार को कुछ भी दिखाई नही देता हे जिसके कारण वो केवल पेन्शन पर ही पूर्णतया निर्भर है। दिव्यांग हर जगह घूम कर हार चुका हे लेकिन उसकी किसी ने भी फरियाद नही सुनी। जहां भी जाता है एक ही रटा रटाया जबाब मिलता है कि बाबा जाओ पेन्शन आ जायेगी। लेकिन वो पेन्शन कब आयेगी इसी का दिव्यांग होशियार को पिछले सात माह से इन्तजार है।