होस्टल के प्रशासक व स्कूल प्रशासक पर प्रताडि़त करने का आरोप
तारानगर, क्षेत्र के दो युवकों के नहर में डूबने से मरने के मामले ने बुधवार को नया मोड़ ले लिया है। पुलिस से मिली जानकारी अनुसार दोनों मृतक के परिजनों ने जिस होस्टल में बच्चे रह रहे थे उस होस्टल के प्रशासक व स्कूल प्रशासक पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि हमारे बच्चे टैगोर उच्च माध्यमिक विद्यालय तारानगर में अध्ययनरत थे। स्कूल अध्यापक भोजराज जाखड़ द्वारा संचालित श्रीराम होस्टल तारानगर में रहते थे। बच्चों को स्कूल प्रशासन व होस्टल प्रशासक भोजराज द्वारा खूब प्रताडऩा दी जाती थी। मंगलवार दोपहर को जब होस्टल में कोई जिम्मेवार व्यक्ति नहीं था तो मौका पाकर होस्टल से तीन बच्चे बाहर निकल गए जिसमे मृतक दोनों बच्चे भी शामिल है। तीनों ने सीधे जाकर नहर में छलांग लगा दी। जिसमें एक बच्चे को आस-पास के लोगों द्वारा बचा लिया गया तथा दो बच्चों की मौत हो गयी। परिजनों का होस्टल प्रशासक भोजराज पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि विद्यालय व होस्टल द्वारा प्रताडि़त होकर मजबूरन नहर में गिरकर आत्महत्या की है। परिजनों का आगे कहना हैं कि जब हम बच्चों का दाखिला करवाने आये थे तब भोजराज ने कहा था कि आपके बच्चों से हर रविवार को बात करवाऊंगा लेकिन जब हमने पिछले रविवार को भोजराज को हमारे बच्चों से बात करवाने को कहा तो भोजराज ने बच्चों से बात नहीं करवाई। दो दिन बाद जब हम बच्चों से मिलने होस्टल आये तो बच्चों ने हमें बताया कि हमें होस्टल में डराया धमकाया जाता है तथा प्रताडि़त किया जाता है। हमने इसके बारे में भोजराज से शिकायत की तो भोजराज ने आगे से हमें ये कहा कि हम पूरे दिन आपकी सेवा में थोड़े रहेंगे। भोजराज ने हमे ये भी कहा कि अगर प्रताडऩा की बात किसी और को बताई तो तुम्हारा बहुत बुरा हश्र होगा और इसका अंजाम भी बहुत खराब होगा। आगे आपका पूरा भविष्य खराब हो जाएगा। उधर अस्पताल में बच्चों के परिजनों सहित सैकड़ों लोग इक_े हो गए और शव लेने से इनकार करने लगे। लेकिन थोड़ी देर बात थानाधिकारी राधेश्याम ने आकर परिजनों को होस्टल संचालक के खिलाफ कानूनी कार्यवाही का आश्वासन देकर पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सुपुर्द करवा दिया। गौरतलब है कि मंगलवार को नहर में डूबने से रामरतन निवासी ढाढारिया तथा विजय कुमार निवासी पुनुसर की मौत हो गयी थी वहीं अनिल शर्मा घायल हो गया था।