कलेक्ट्रेट के सामने धरना प्रदर्शन किया गया
झुंझुनू, झुंझुनू के समस्त निजी अस्पताल के चिकित्सकों ,नर्सिंग कर्मचारी एवं पैरामेडिकल स्टाफ ने गांधी चौक पर एकत्रित हुए गांधी चौक से मुख्य मार्ग होते हुए चिकित्सक रैली जिला कलक्ट्रेट पहुंची रैली में लगभग 1500 चिकित्सककर्मियों ने नारे लगाते हुए भाग लिया। रैली को आमजन का भरपूर समर्थन एवं सहयोग मिला। तत्पश्चात रैली में डॉ लालचंद ढाका ने संबोधित करते हुए बताया कि सरकार अपनी जिम्मेदारियों से मुकर रही है तथा स्वास्थ्य अधिकार जो सरकार का दायित्व है उसे निजी अस्पताल के संचालकों पर थोपना चाहती है तथा निजी अस्पतालों से इमरजेंसी परिभाषित किए बिना इलाज की पाबंदियां लगाने का काला कानून ला रही है जिससे निजी अस्पतालों के आर्थिक खर्चा तथा कर्मियों की तनख्वाह निकलना बड़ा मुश्किल होगा एवं प्रदेश के 70 पर्सेंट आबादी को चिकित्सक सेवाएं प्रदान करने वाले संचालकों को अंततः अस्पताल बंद करना पड़ेगा जिसका खामियाजा आम जनता को भी भुगतना पड़ेगा। निजी संचालकों से पूर्व में वार्ता संशोधित बिल पर आंशिक सहमति बनी परंतु सरकार ने उसे भी ड्राफ्ट दिखाकर कुछ और लाया गया और कुछ और दिखाया जा रहा है उपचार झुनझुनू के सचिव डॉ कमल चंद सैनी ने बताया कि आज धरने में 113 निजी अस्पतालों के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कर्मियों ने भाग लिया। इसके पश्चात बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि कल दिनांक 20 मार्च को 1000 से भी ज़्यादा की संख्या में चिकित्सक, नर्सिंग कर्मी एवं स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा जयपुर में महापड़ाव और विधानसभा घेराव के लिए कुच किया जाएगा।
अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ (अरिस्दा) भी आया संयुक्त संघर्ष समिति के साथ
अरिस्दा प्रवक्ता डॉ कैलाश राहड़ ने दी जानकारी –
प्रस्तावित RTH बिल से राज्य के सभी चिकित्सक आहत और व्यथित हैं ।इस चिकित्सक विरोधी बिल के विरोध में राज्य के निजी चिकित्सकों ने राज्य भर में अनिश्चितक़ालीन मेडिकल बंद का आह्वान करते हुए सरकार तक अपनी बात और भावना पहुँचाने हेतु मुखर आंदोलन शुरू कर दिया है। अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ (अरिस्दा) भी संयुक्त संघर्ष समिति (JAC) के इस आव्हान के साथ हैं। इस बिल के विरोध में अरिस्दा राज्य कोर कमेटी के निर्णयानुसार अरिस्दा संघ झुनझुनू के अध्यक्ष डॉ जब्बार , महासचिव डॉ राजेन्द्र ढाका के नेतृत्व में अपने चिकित्सक साथियों के समर्थन में कल से “काली पट्टी” बांध कर कार्य करेंगे। साथ ही यदि शांतिपूर्ण गांधीवादी तरीक़े से अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे राज्य के किसी भी चिकित्सक साथी अथवा चिकित्सा संस्थान के साथ शासन द्वारा किसी भी प्रकार की दमनात्मक कार्यवाही होती है तो अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के सभी अरिस्दियन और भी कड़े फैसले लेने के लिए भी तैयार है। कल सोमवार 20 मार्च से हम सभी झुनझुनू ज़िले के सभी सेवारत चिकित्सक “काली पट्टी” बांध कर सरकार द्वारा प्रस्तावित इस काले कानून का विरोध जारी रखेंगे।