आयुर्वेदा के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यो को लेकर हुई वार्ता
झुंझुनूं, झुंझुनूं निवासी उद्योगपति डॉ. सत्तार दिवान ने केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलात मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी से आरएपीएल ग्रूप द्वारा आयुर्वेदिक क्षेत्र में किये जा रहे कार्यो को लेकर मुलाकात की। डॉ. दिवान मुम्बई स्थित न्यू पनवेल में अंजुमन-आई-इस्लाम में सिविल सेवा प्रशिक्षण कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए थे, जहां उन्होंने आयुर्वेद के क्षेत्र में राजस्थान औषधालय आरएपीएल ग्रूप द्वारा किये जा रहे कार्यो के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत की केन्द्र सरकार आयुर्वेद को विश्व में फैलाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही हैं, आरएपीएल ग्रूप द्वारा आयुर्वेद को मॉर्डन आयुर्वेदा में बनाने का अनूठा कार्य किया जा रहा हैं, जिससे देश ही नहीं बल्कि विश्व में फैलाने की मुहिम चलाई जा रही है। डॉ. दिवान ने मुख्तार अब्बास नकवी को बताया कि पूरे भारत में आरएपीएल के करीब 60 हजार से अधिक सेंटर स्थापित किये गये हैं, जहां आयुर्वेदिक दवाओं से मरीजों को ठीक करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पूरे भारत भर में आरएपीएल ग्रूप द्वारा ‘‘रोग मुक्त भारत‘‘ अभियान के तहत देश के करीब 6 करोड़ गम्भीर बिमारियों से ग्रस्ति मरीजों को फ्री आयुर्वेदिक दवा देकर लाभान्वित करने का कार्य कर रहा है। इसी के साथ पूरे भारत भर में ‘‘नशा मुक्त भारत‘‘ अभियान चलाकर भारत के हर जिले, ताल्लुका, गांव एवं ढ़ाणियों में फ्री आयुर्वेदिक मेडिकल कैंप का आयोजन कर निःशुल्क नशा मुक्ति की दवा उपलब्ध करवाई जा रही है। अब तक 5 लाख लोगों को नशे से मुक्ति दिलवाई गई है।
केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि जिस तरह आयुर्वेदा के क्षेत्र में आरएपीएल ग्रूप कार्य कर रहा हैं, वो सराहनीय कदम हैं, इससे आमजन को फायदा पहुंचेगा, केन्द्र सरकार आयुर्वेद को विश्व में सिरमौर बनाने के लिए अग्रसर हैं, आरएपीएल ग्रूप द्वारा पूरे भारत भर में फ्री आयुर्वेदिक मेडिकल कैंप से आमजन को लाभ पहंुच रहा है। उन्होंने आरएपीएल ग्रूप के डायरेक्टर डॉ. सत्तार दिवान को आश्वस्त किया कि वे आयुर्वेदा के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यो को आयुष मंत्रालय को अवगत करवाएंगे, साथ ही आयुर्वेदा को आरएपीएल ग्रूप की मदद से आगे बढ़ाने का कार्य किया जाएगा। इस दौरान नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यक छात्रों को छात्रवृत्ति के परिणामस्वरूप स्कूल छोड़ने की दर में उल्लेखनीय गिरावट आई है, खासकर मुस्लिम लड़कियों के बीच, स्कूल छोड़ने की दर में वृद्धि हुई है। मुस्लिम लड़कियां, जो पहले 70 फीसदी थीं, अब घटकर करीब 30 फीसदी हो गई हैं। उन्होंने मेधावी छात्रों को सम्मानित भी किया। इस दौरान अंजुमन-आई-ईस्लाम के अध्यक्ष डॉ. जहीर काजी, देश भर से आएं हुए आयुर्वेदिक क्षेत्रा के डॉक्टर्स, छात्रा-छात्राएं उपस्थित थे।