बचपन में जो ठाना वो किया हासिल
बुहाना [सुरेंद्र डैला ] अमीषा एक सयंमित एवं व्यवहारिक छात्रा है। छात्रा के पिता एक ट्रक डाईवर है। लेेकिन कभी भी अपनी आर्थिक स्थिति को बच्ची की पढाई के आडे़ नहीं आने दिया। तरह-तरह की दिक्कतों, विपरित परिस्थितियों व अभाव के बावजूद वह आगे बढ़ती गई तथा अपनी लगन मेहनत एवं संकल्प के बल पर कक्षा 12 विज्ञान वर्ग 92.60 प्रतिशत अंक हासिल कर एक शानदार सफलता अर्जित की। बच्ची ने बताया कि उसे विद्यालय में संचालित निःशुल्क रात्रिकालीन कक्षाओं से बहुत फायदा मिला। बच्ची ने बताया कि स्वयं विद्यालय निदेशक एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सुमन नेहरा स्वयं छात्र-छात्राओं के साथ रात्रि 12बजे तक जागते थे। उसी मेहनत का यह परिणाम है।