नगरपरिषद नहीं कर पाई स्थान तय
सुजानगढ़, मूर्तियों का विसर्जन होना है। ऐसे में नगरपरिषद इस बार सोमवार की शाम तक यह तय नहीं कर पाई कि विसर्जन कहां होना है। दरअसल विसर्जन हर बार फतेहपुरिया सरोवर में होता है। इस बार भी इस सरोवर की नगरपरिषद द्वारा साफ-सफाई कर ली गई थी। लेकिन रविवार रात्रि को बारिश आने के बाद इस सरोवर में फिर से पानी घुस गया, जिसके बाद कुछ लोगों ने यहां पर पानी गंदा होने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसमें विसर्जन नहीं हो सकता। जिस पर सभापति सिकंदर अली खिलजी मौके पर पहुंचे और लोगों से राय करके पास में अलग से बड़ा खड्डा खुदवाने पर सहमति बनी, ताकि उसमें मूर्तियों का विसर्जन किया जा सके। जिसके बाद मौक पर जेसीबी की सहायता से नया गड्ढ़ा खोद दिया गया। शाम को उप सभापति बाबूलाल कुलदीप मौके पर पहुंचे तो उन्होंने कहा कि कच्चे गड्ढ़े में मूर्तियों का विसर्जन खतरे से खाली नहीं है। इसलिए पक्के फतेहपुरिया सरोवर में ही मूर्ति विसर्जन होना चाहिए। जिस पर मामला एक बार फिर से लटक गया। समाचार लिखे जाने तक दुर्गा पूजा विसर्जन स्थल के लिए कोई एकराय नहीं बन पाई।