तलने में काम आने वाले तेल को तीन बार से अधिक काम में नहीं लेने के लिए किया पाबंद
सीकर, शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान के तहत चिकित्सा विभाग की ओर से मंगलवार को रींगस व सीकर में खाद्य वस्तुओं की जांच की। इस दौरान सैम्पल लेकर जांच के लिए जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला जयपुर भेजे गए। सीएमएचओ डॉ निर्मल सिंह ने बताया कि खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण आयुक्त के निर्देशन में विभाग की ओर से लगातार खाद्य वस्तुओं के प्रतिष्ठानों का निरीक्षण कर जांच की जा रही है। एफएसओ मदनलाल बाजिया, महमूद अली व नदंराम मीणा ने रींगस के स्टैर्ण्ड स्वीट्स के यहां से रियुज्ड कुकिंग ऑयल रिफाइंड सोयाबीन तेल, कचोडी, बेसन का सैम्पल लिया। वहीं बालाजी ऑयल मिल सीकर के यहां से तिल का तेल, विश्वास फूड सीकर के यहां से रबड़ी, आईसक्रिम का सैम्पल लिया। साथ ही कचोरी, समोसा तलने और बनाने वाले खाद्य व्यापारियों को तलने में काम आने वाले तेल को तीन बार से अधिक काम में नहीं लेने के लिए पाबंद किया। वहीं कचोरी समोसा आदि खाद्य वस्तुओं को ढककर रखन के लिए पाबंद किया।