जयपुर/चूरू, [सुभाष प्रजापत ] राइजिंग राजस्थान समिट – 2024 के उपलक्ष्य में पुरस्कृत शिक्षक फोरम, राजस्थान द्वारा शिक्षा विभाग के सहयोग से आयोजित राज्य स्तरीय सेमिनार में मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने चूरू जिले के राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित दो शिक्षकों चैनरूप दायमा व कुलदीप व्यास को शैक्षिक क्षेत्र में उनके द्वारा किए जा रहे उल्लेखनीय योगदान पर सम्मानित किया । जयपुर के डॉ राधाकृष्णन शिक्षा संकुल में स्कूल शिक्षा परिषद सभागार में आयोजित सेमिनार का विषय था ” राजकीय विद्यालयों के विकास में भामाशाह और प्रेरक शिक्षक ” । समारोह के विशिष्ट अतिथि सेवा निवृत्त आई ए एस एवं संधान के अध्यक्ष राजेंद्र भानावत व शिक्षा मंत्री के विशेषाधिकारी सतीश कुमार गुप्ता थे , विशेष वक्ता के रूप में पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी राजेंद्र शर्मा ‘ हंस ‘ मंचस्थ थे । अध्यक्षीय उद्बोधन के साथ सभी का आभार फोरम की अध्यक्षा निर्मल ग्रोवर ने किया ।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने अपने उद्बोधन में शिक्षक को सभी को संस्कार देने वाला और जीवन में सही दिशा देने वाले के रूप में सबसे सम्माननीय बताया । उन्होंने बताया कि राइजिंग राजस्थान समिट के माध्यम से शिक्षा विभाग के लिए बारह हजार करोड़ रुपए के एम ओ यू हुए हैं और इसमें शीघ्र ही वृद्धि होगी । फोरम के महासचिव रामेश्वर प्रसाद शर्मा ने शाब्दिक स्वागत कर कार्यक्रम का परिचय दिया । सेमिनार में सेवा निवृत्त अतिरिक्त शिक्षा निदेशक नूतन बाला कपिला व सेवा निवृत्त जिला शिक्षा कुलदीप व्यास ने भामाशाहों के माध्यम से अपने क्षेत्रों में संचालित गतिविधियों एवं निर्माण कार्यों की जानकारी दी । इस अवसर पर राजकीय विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता के विकास , नवाचारी शिक्षण पद्धतियों के क्रियान्वयन एवं समुदाय के सहयोग से विद्यालय विकास के विभिन्न आयामों पर विस्तृत चर्चा की गई । दायमा और व्यास को राज्य स्तरीय सम्मान मिलने पर चूरू जिला पुरस्कृत शिक्षक फोरम के महासचिव ओमप्रकाश तंवर और अध्यक्ष सूर्यप्रकाश त्रिवेदी ने प्रसन्नता प्रकट करते हुए बधाई दी , ज्ञातव्य है कि इन दोनों को पूर्व में तीन – तीन बार राज्य स्तरीय भामाशाह प्रेरक के रूप में सम्मान प्राप्त हो चुका है ।