रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] जीण माता मंदिर में आयोजित देवी भागवत कथा के तीसरे दिन कथा वाचक कृष्णानंद महाराज ने बताया की जो मानव भक्ति पूर्वक देवी भागवत की कथा सुनते हैं ऋद्धि और सिद्धि सदा उनके संनिकट खेलती रहती है। महान तप ,व्रत ,तीर्थ ,दान ,नियम, हवन और यज्ञ आदि करने पर भी मनुष्य को जो फल दुर्लभ रहता है वह केवल देवी भागवत सुनने से सुलभ हो जाता है। श्रीमद् देवी भागवत का पाठ और श्रवण करने वाला मनुष्य धर्म ,अर्थ ,काम और मोक्ष के फल का अधिकारी हो जाता है। देवी भागवत की कथा सुनने से अपूत्र पुत्रवान बन जाता है । दरिद्र धनवान हो जाता है, और रोगी आरोग्यवान हो जाता है।
कृष्णानंद महाराज ने कहा जिस घर में श्रीमद् देवी भागवत की पुस्तक का नित्य पूजन होता है वह घर तीर्थ स्वरूप हो जाता है वहां रहने वाले लोगों के पास भूत, प्रेत, पाप, दुख नहीं टिक सकते है।श्रीमद् भागवत पुराण भगवान से मिलने का सुगम साधन है । आयोजन में ओंकारमल लिंबा, मनोज कंदोई, अमराराम घोड़ेला, कमल बोचीवाल, गोपाल कृष्ण निरानिया, संतोष बाबू इंदौरिया, सीताराम दर्जी, बजरंग लाल सिरस्वा, प्रदीप पारुल आत्रेय, भिकमचंद बावलिया, इंद्रचंद जोशी, देवाराम निरानिया, हीरालाल प्रजापत, भीमराज भोभरिया आदी श्रोता जन उपस्थित थे।