राज्य सरकार के दवारा
झुंझुनूं, कोरोना महामारी की प्राकृतिक आपदा में लोगों के रोजगार की सहारा बनी महात्मा गांधी नरेगा योजना के क्रियान्वयन की जमीनी हकीकत जानने के लिये राज्य सरकार ने एक ही दिन में सभी चालू कार्यो का निरीक्षण करवाया है। जिले में वर्तमान पखवाड़े में चालू 1148 कार्यों के निरीक्षण हेतु जिला कलेक्टर द्वारा 65 अधिकारियों की टीमें गठित की गई। इन निरीक्षण दलों ने शुक्रवार को प्रातः 6 बजे से दोपहर 1 बजे तक जिले के 632 कार्यो का निरीक्षण किया । अधिकतर सामुदायिक प्रकृति के कामों जैसे जोहड़ खुदाई, रास्ता दुरुस्तीकरण, ग्रेवल सड़क, मेड़बंदी, खेल मैदान, श्मशान व कब्रिस्तान विकास, वृक्षारोपण, नर्सरी विकास जैसे कामो का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के उपरांत अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत फीडबैक का जिला परिषद के सीईओ रामनिवास जाट द्वारा समीक्षा की गई । समीक्षा में जोहड़ खुदाई व रास्ता दुरुस्तीकरण जैसे कार्यो पर उपस्थिति व टास्क दर्ज करने, कार्य आवंटन आदि में मेट व पंचायत के कर्मचारियों द्वारा भेदभाव करने, कुछ शरारती तत्वों द्वारा फर्जी हाजिरी व टास्क दर्ज करवाने के लिये मेट व कर्मचारियों पर दबाव बनाने, अनुपयोगी कार्यो पर सरकारी धन बर्बाद करने जैसी शिकायतें पायी गई। निरीक्षण के दौरान कुल नियोजित श्रमिकों में से 73 प्रतिशत महिलाओं की उपस्थिति पायी गई तथा 90 प्रतिशत श्रमिक सोशल डिस्टेन्स, व कोरोना से बचाव के उपायों के प्रति जागरूक पाये गये। प्राप्त फीडबैक के आधार पर जिला परिषद के सीईओ द्वारा सभी कार्यकारी ऐजेंसी को निर्देश दिये गये है कि एक जुलाई से गत वर्ष के जोहड़ खुदाई के कार्यो को वर्तमान स्थिति में ही पूर्ण दर्शाकर श्रमिकों को निजी लाभ के कार्यो तथा सामुदायिक वृक्षारोपण कार्यो पर स्थानांतरित किया जावे तथा सप्ताह में कम से कम एक बार सभी ब्लाक व जिला स्तर के अधिकारियों द्वारा स्वप्रेरित निरीक्षण किया जावे।