दैनिक दिनचर्या के साथ करे पुण्य का काम
लेखक – डॉ. योगेश आर्य (पशु-पक्षी चिकित्सा विशेषज्ञ )
सीकर, क्रिसमस पर आपने खुद के लिए कुछ खास प्लान किया तो होगा ही पर कोई और भी हैं जिनको आपकी जरूरत हैं वो हैं जंगली जीव-जन्तु। ज्यों-ज्यों पेड़-पौधे अर्थात जंगल काटे जा रहें हैं, प्रदूषण बढ़ रहा हैं, ग्लोबल वार्मिंग हो रही हैं त्यों त्यों जंगली जीव-जंतुओं को आपकी ज्यादा जरूरत पड़ रही हैं। खाने के स्त्रोत खत्म होते जा रहे हैं, गर्मियों में प्यासे मरते रहते हैं, तो सर्दियों में शीत लहर और ओलावृष्टि हो जाये तो संकट बढ़ जाता हैं। खैर ये सोचना भी आपके लिए बड़ी बात हो सकती हैं पर आपकी गलियों में ठिठुरते कुत्तों (Street dogs) और लगातार कम होती जा रही आपकी बालकनी में चहकने वाली चिड़ियाँ (birds) के लिए तो कुछ कर सकते हैं। बचपन से जैसे हर क्रिसमस पर आपको सांताक्लॉज़ का इंतजार रहा हैं वैसे ही चलिए फिर इस क्रिसमस पर इन जीव-जंतुओं के लिए आप सांताक्लॉज़ बन जाइये। जितना आसानी से आप कर सकें उतना इनके लिए काफी हो जाएगा। अब आप सोच रहे होंगे कि अरे! मैं इनके लिए क्या कर सकता हूँ! तो चलो हम आपको बताते हैं:-
1) चिड़ियाओं को दाना-पानी (seed mix) रखने का वादा करें और जिम्मेदारी से उसे निभाये। याद रखिये सर्दियों में गुनगुना पानी और सीड़-मिक्स मिल जाये तो ज्यादा अच्छा।
2) घर मे कही कोई चिड़ियाँ घोसला बनाएं और उसमें अण्डे दे दे तो उसको तब तक ना हटाये जब तक कि उसमें बच्चें निकलकर उड़ने न लगे।
3) कृत्रिम घोंसले खरीदकर या फिर खुद ही कार्ड बोर्ड्स से बनाकर ऊँची जगहों पर टाँगा जा सकता हैं।
4) चिड़ीमारों द्वारा या कही कोई शिकार की घटना नजर आये तो तुरंत रिपोर्ट करें।
5) सबसे ज्यादा खतरा बर्ड्स को विधुत चुम्बकीय तरंगों से हैं तो जितने कम विकिरण स्ट्रेंथ के मोबाइल टॉवर आपके क्षेत्र में लगे उतना अच्छा रहेगा इस बाबत जागरूक रहें।
6) प्रदूषण, कोलाहल और रातभर जलती लाइट्स से बर्ड्स में स्ट्रेस बढ़ रहा हैं और उनकी प्रजनन क्षमता में भी कमी आ रही हैं। इसलिए प्रदूषण कम करने की तरफ ध्यान देना होगा।
7) आपके बगीचे में फलों-फूलों के पौधों पर बर्ड्स बैठे या खाएं तो नाराज मत होइए क्योकि अब उनके लिए ज्यादा कुछ बचा ही नहीं हैं।
8) किचन में बची रोटियां गली के कुत्तों को एक निश्चित जगह पर ले जाकर डाली जा सकती हैं।आप किचन में बची रोटियां तो हमेशा ही डालते होंगे क्रिसमस पर सांताक्लॉज़ बने हो तो कोई पौष्टिक डिश या डॉग फूड डालना तो बनता हैं।
9) स्ट्रीट डॉग्स को पार्क या कॉलोनी में किसी निश्चित जगह पर साफ और गुनगुना पानी उपलब्ध करवाए।
10) सर्दियों में ठिठुरते कुत्तों को स्वेटर पहनाएं जा सकते हैं पर थोड़ी सावधानी से।
11) ऐसा ना कर पाएं तो उनके बैठने के निश्चित स्थान पर टाट-जूट की बोरियां ही रख दीजिए उनकी काफी मदद हो जाएंगी।
12)कोई भी बीमार या घायल बर्ड्स या स्ट्रीट डॉग्स दिखें तो वेटरनरी डॉक्टर को बुलवाइए।
13) नगर पालिकाओं और वेटरनरी क्लीनिक्स की मदद से रेबीज टिकाकरण अभियान चलाकर सभी स्ट्रीट डॉग्स का टिकाकरण करवा दीजिए।
ये तमाम सब चीज़े करने पर ये बर्ड्स और स्ट्रीट डॉग्स आपको थैंक-यू तो ना कह पाए पर सच मानिये कि इनको आपकी बहुत जरूरत हैं और आपको इनकी मदद करके बहुत सुकून मिलेगा। और हाँ हो सकता हैं आपको अगली बार जब मिलें तो पूछ हिलाकर या चहचहा कर स्वागत करें।