जिला निष्पादन समिति की बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश
चूरू, जिला कलेक्टर साँवर मल वर्मा की अध्यक्षता में गुरुवार को जिला निष्पादन समिति की बैठक में जिले के विद्यालयों में शैक्षणिक स्तर को अधिक बेहतर बनाने सहित विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। इस मौके पर संबोधित करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के मध्येनजर विद्यालयों में समुचित सावधानी रखी जानी आवश्यक है। इसलिए इस बारे में सावचेत रहें और सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन की पालना करें। विद्यार्थियों के स्वास्थ्य पर नजर रखें एवं खुद विद्यार्थियों में भी स्वास्थ्य जागरुकता पैदा करें। उन्होंने कहा कि कोरोना की आशंका के मध्येनजर विद्यालयों में रैंडम सैंपलिंग करवाएं तथा आरटी-पीसीआर व रेपिड एंटीजन टेस्ट करवाएं।
जिला कलक्टर ने विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से समीक्षा करते हुए कहा कि विद्यालयों में समस्त व्यवस्थाएं दुरुस्त रखें और यह सुनिश्चित करें कि एक बेहतर शैक्षणिक माहौल विद्यार्थियों को मिले। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से दी जाने वाली सुविधाएं विद्यार्थियों को मिले, यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए। जिला कलक्टर ने कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में दी जा रही सुविधाओं का समुचित प्रचार-प्रसार करने के लिए कहा और निर्देश दिए कि महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों का राज्य सरकार की मंशा के अनुसार समुचित ढंग से संचालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए ताकि ऎसे विद्यालयों का समुचित लाभ जिले के विद्यार्थियों को मिले। जिला कलेक्टर ने कहा कि 31 दिसंबर तक जिले में शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा गया है, इस दिशा में भी शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी अपना समुचित सहयोग दें। सीईओ रामनिवास जाट ने कहा कि एकीकरण से विद्यालयों के जो भवन खाली हो गए हैं, उनका अन्य राजकीय कार्यालयों के रूप में उपयोग हो सके, इसके लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करवाएं। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी संतोष महर्षि ने विभिन्न बिंदुओं पर प्रगति से अवगत करवाया। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) निसार अहमद खान, सहायक निदेशक नरेश बिशु, जिला साक्षरता अधिकारी ओमप्रकाश फगेड़िया, आईसीडीएस उपनिदेशक नरेंद्र सिंह शेखावत, एसीबीईओ खालिद तुगलक, बजरंग लाल सैनी, कुलदीप व्यास आदि मौजूद थे।