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बिना पहचान बताये पालने में छोड़ जाने वालों से की स्वास्थ्य विभाग की अपील
जिला अस्पताल में बनाया गया है पालना गृह
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चूरू, जिला मुख्यालय स्थित राजकीय डेडराज भरतिया चिकित्सालय के मुख्य द्वार के पास नवजात छोड़ने के मामले को गंभीरता से लेते हुये चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने आमजन से अपील की है कि फेंको मत हमें दो। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भंवरलाल सर्वा ने बताया कि कोई भी नवजात को लावारिस हालत में नहीं छोड़े। यदि कोई किसी कारण से नवजात को रखने में सक्षम नहीं है तो वह जिला अस्पताल में बने पालना गृह में छोड़ सकते है। नवजात को छोड़ने के बाद संरक्षण की जिम्मेदारी विभाग की ओर से की जायेगी। उन्होंने बताया कि रविवार को राजकीय चिकित्सालय के गेट के पास प्लास्टिक की थैली में लिपटी मासूम मिली थी। सीएमएचओ ने बताया कि जिला अस्पताल चूरू व रतनगढ़ में पालना गृह बनाया गया हैं पालने को लगाने का मकसद है कि नवजात को लावारिस छोड़ने की बजाय पालना में छोड़ा जा सकता है। अस्पताल में लगे पालना गृह में इलेक्ट्रानिक अलार्म लगा है। घंटी बजने के बाद अस्पताल का स्टॉक पालना गृह से नवजात को लेकर उपचार शुरू करता है। पालना योजना में नवजात शिशु का बिना पहचान सुरक्षित परित्याग है।