राजस्थान में नागौर जिले की कुचामन तहसील के पास
दांतारामगढ़ [लिखासिंह सैनी] ग्राम पांचवा की हिरल जैन ने अपना फिल्मी केरियर 2012 में हिंदी फिल्म दा बर्निंग लव फ़िल्म से किया उसके बाद 2013 राजस्थानी फिल्म मायाजाल 2013 में ही तांडव में अभिनय का अवसर मिला । बड़े बेन्नर और बड़े कलाकारों के साथ फिल्माई जा रही हिंदी फिल्म मुम्बई केन डांस साला में 2014 में अवसर मिला जिसकी शूटिंग मुम्बई के फ़िल्म सिटी क्षेत्र में एक पत्रकार की भूमिका में हुई । 2014 में ही राजस्थानी फ़िल्म राजू राठौड़ फ़िल्म में अभिनय का अवसर मिला उसके बाद 2015 में हिंदी फिल्म मिराधा में अभिनय का अवसर मिला और एक लीड कलाकार को इस फ़िल्म में अपनी आवाज़ भी डाइलॉग के रूप में दी । 2015 में राजस्थानी धारावाहिक कुमकुम रा पगल्या ओर खेतेश्वर महिमा में अभिनय का अवसर मिला जिसका प्रशारण दूरदर्शन राजस्थान पर हुवा ततपश्चात 2016 में राजस्थानी फिल्म पक्की हीरोगिरी में अवसर मिला और इसी साल जयपुर में आयोजित कार्यक्रम आरटीए में यंग टेलेंट अवार्ड देकर सम्मानित भी किया । इतना सब कुछ करने के बाद कुछ अच्छा और बड़ा करने के लिए मुम्बई रहकर इस क्षेत्र में कार्य करने का ख्याल आया और मुम्बई रहने आ गयी उसके बाद यहां पहली शॉर्ट हिंदी फिल्म राधा की हवेली के बेन्नर में सोरी पापा की जो यु ट्यूब चेन्नल पर देखने को मिल जाएगी ततपश्चात मेरा रुझान हिंदी धारावाहिक की तरफ हुवा ओर मेरे को पहला ब्रेक यह रिश्ता क्या कहलाता है में लीड कलाकार नायरा के साथ नर्स के किरदार में मिला इसके बाद लगातार क्राइम पेट्रोल 100 में तीन बार , फियर फाइल्स ,सावधान इण्डिया मे चार बार , क्राइम अलर्ट ,IMSK , गुडन तुमसे न हो पायेगा , प्यार तूने क्या किया , काल भैरव , तेरी गालियां , पार्टनर ,ये इश्क नही आसां , ये है मोहब्बते , ये है चाहते , रूप , शक्ति , मेरे साईं , परम अवतार श्री कृष्णा आदि हिंदी धारावाहिको में एपिसोडिक कलाकार के रूप में अभिनय करने का अवसर मिला । अभी एक हिंदी धारावाहिक की शूटिंग चल रही है जिसका प्रशारण सब TV पर होने जा रहा है जो जल्द ही सभी को देखने को मिलेगा । विज्ञापन मे एक हैंड मॉडलिंग का कार्य मिला । इस दौरान इतने सालों तक मीडिया का भी सपोर्ट पुरा मिला जिन्होंने मेरी न्यूज को प्राथमिकता देकर अपने अखबार में प्रकाशित की इसके लिए मैं सभी मीडिया कर्मियों की आभारी हूँ और आगे भी इनका सहयोग बराबर मिलता रहेगा इसकी अपेक्षा सदैव करती हूं । अंत मे मेरे परिवार से मेरी मम्मी मंजू जैन पापा नरेंद्र जैन का पुरा सहयोग मिला और साथ मे हर जगह मेरी दो छोटी बहने मेघना जैन ओर जिज्ञासा जैन का सहयोग भरपूर मिला और इन्ही के चलते आज मैं इस मुकाम तक पहुंची हूँ।