आदित्य बिरला ग्रुप की निदेशक राजश्री बिरला ने बताया अपूरणीय क्षति
झुंझुनू, सामाजिक व साहित्य संस्था ‘परिवार’ के संस्थापक अध्यक्ष रामस्वरूप गाड़िया का शनिवार दोपहर को निधन हो गया. वे 95 वर्ष के थे और पिछले कई दिनों से वे अस्वस्थ चल रहे थे. वालकेश्वर स्थित बाणगंगा श्मशान गृह में उनके सुपुत्र सुशील गाड़िया ने उन्हें मुखाग्नि दी. वे अपने पीछे पत्नी और भरा-पूरा परिवार छोड़ गये हैं. अग्रणी कपड़ा व्यापारी, समाजसेवी एवं साहित्य अनुरागी रामस्वरूप गाडिया ने हिंदी के प्रचार-प्रसार में सराहनीय योगदान दिया. वे पिछले 31 वर्षों से कला, संस्कृति एवं साहित्य की प्रतिनिधि संस्था ‘परिवार’ का संचालन कर रहे थे. उनके नेतृत्व में हिंदी काव्य साहित्य में विशिष्ट योगदान करने वाले देश के प्रतिष्ठित रचनाकारों को ‘परिवार पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया. देश के प्रतिष्ठित सीए छात्रावास ‘राजस्थान विद्यार्थी गृह’ की प्रगति में उनका विशिष्ट योगदान रहा.
अपूरणीय क्षति
रामस्वरूप गाड़िया के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए आदित्य बिरला ग्रुप की निदेशक राजश्री बिरला ने कहा कि उन्होंने साहित्य एवं समाज सेवा के क्षेत्र में जो योगदान दिया, उसके लिए वे हमेशा याद किए जायेंगे. राजस्थान विद्यार्थी गृह के अध्यक्ष सुनील गोयल ने कहा कि • गाड़ियाजी के निधन से समाज और राजस्थान विद्यार्थी गृह की अपूरणीय क्षति हुई है।