राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 150वीं जयंती वर्ष के अवसर पर
झुंझुनूं, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 150वीं जयंती वर्ष के अवसर पर आयोजित हो रहे। तीन दिवसीय जिला स्तरीय समारोह का रविवार को संगोष्ठी कार्यक्रम के बाद समापन हो गया। अहिंसा और विश्व शांति विषय पर आधारित संगोष्ठी में दर्जनभर वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किये। जे.के. मोदी रा.बा.उ.मा.वि. के सभागार में प्रदर्शनी स्थल पर आयोजित कार्यक्रम में महात्मा गांधी जीवन दर्शन प्रदेश स्तरीय समिति के सदस्य मनीष कुमार शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की यह मंशा है कि आज की युवा पीढी सदमार्ग पर चले और गांधी जी के सिद्धांत का अपने जीवन में अनुसरण करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने 2 अक्टूबर 2020 तक गांधी जयंती वर्ष मनाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति जन्म के समय मोहन होता है, परन्तु अच्छे आचरण,शुद्ध विचार, सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर दूसरे का हित चाहते हुये कार्य करता है, तो वह महात्मा बन जाता है। उन्होंने युवा पीढी से कहा कि वे अपराध का रास्ता न चुनकर सेवा भाव का मार्ग चुने। उन्होंने कहा कि गांधी जी के विचार भारत ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व अपना रहा है। अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्र अग्रवाल ने समारोह को सम्बोधित करते हुये कहा कि तीन दिवस चले इस समारोह में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। उन्होंने कहा कि समय और धन की सही उपयोगिता तभी संभव है। जब वह कार्य किसी के हितार्थ के लिये किया गया हो। उन्होंने कहा कि हमे दूसरों के साथ वहीं व्यवहार करना चाहिए, जो हमें स्वयं के लिये पंसद हो। उन्होंने गांधी के विचारों को अपने जीवन में अपनाने की बात कही। समारोह को सम्बोधित करते हुये कार्यक्रम जिला संयोजक धर्मवीर कटेवा एवं सह संयोजक मुरारी सैनी ने कहा कि गांधी जी की जयंती वर्ष मनाने का उद्देश्य आज की जनमानस में उनके विचारों का प्रसार करना है। आज के इस युग में सत्य और अहिंसा का रास्ता अपनाकर चलना कठिन है पर अगर व्यक्ति अगर मन में ठान ले तो सब संभव है। सैनी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की यह मंशा है कि गांधी के सिद्वांतों को जितना लोगों को जानने को मिलेगा उतना ही समाज विकास की ओर बढेगा। उन्होंने जिला प्रशासन की ओर से इन तीन दिवस आयोजित हुये विभिन्न कार्यक्रमों के लिये साधुवाद दिया।