“विधानसभा में विभिन्न विधेयकों के संसोधन पर बोले विधायक महर्षि”
रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] क्षेत्रीय विधायक अभिनेश महर्षि ने राज्य विधानसभा में राजीव गांधी फिनटेक डिजिटल संस्थान विधेयक, राजस्थान विश्वविद्यालयों के अध्यापक (अस्थायी अध्यापकों का आमेलन) (संसोधन) विधेयक, महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ गवर्नेस एंड सोशियल साइंसेज विधेयक, राजस्थान कारागार विधेयक 2023 एवम किसानों की सम्पूर्ण कर्जमाफी पर अपनी बात एवम सुझाव विधानसभा के पटल पर रखे | विधायक महर्षि ने कहा कि कोई भी विधेयक हो, उसे आनन्-फानन में, बिना जनमत संग्रह करवाए हुए और बहुत सी खामियों के रहते हुए पास करवाना, सब के लिए दुर्भाग्यपूर्ण होने के साथ ही उस विधेयक से किसी का भला भी नही किया जा सकता है | विधायक महर्षि ने कहा कि वर्तमान राज्य की कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल में झूठे वादें एवम रेवडिया बटने का काम किया है | धरातल पर किसी भी घोषित कार्य को अमलीजामा नही पहना सकी है | प्रदेश की यह जनविरोधी सरकार हर मोर्चे पर फेल साबित हुई है | उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महाविधालय एवम विश्वविधालय खोलने की घोषणा करना ही पर्याप्त नही है केवल संख्या बताकर वाहवाही लूटना ही प्रदेश की कांग्रेस सरकार का एक मात्र उद्देश्य रह गया है | उछ शिक्षण संस्थानों में प्राध्यापकों की नियुक्ति एवम उचित संसाधनों के अभाव में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का दूर की कौड़ी साबित हो रही है | विधायक महर्षि ने रतनगढ़ जालान पीजी महाविधालय,केशरी देवी लोहिया गर्ल्स पीजी महाविधालय एवम राजकीय महाविधालय,राजलदेसर में प्राध्यापकों एवम संसाधनों के अभाव के विषय को प्रखरता से विधानसभा में उठते हुए उसे शीघ्र दुरस्त करवाने की मांग की | इसके साथ ही सारे संविदा कर्मियों एवम विद्या संबल योजना के अंतर्गत आने वाले प्राध्यापकों को भी स्थायीकरण करवाने के सुझाव को भी विधेयक में जोड़कर पारित करने की मांग की | इसके अलावा कांग्रेस सरकार ने चुनाव से पहले अपने जन घोषणा पत्र में राजस्थान में सरकार बनने पर दस दिनों में किसानों के सम्पूर्ण कर्जमाफी का वादा किया था | जो कि अब तक कांग्रेस सरकार पूरा नही कर पाई है | महर्षि ने कहा कि हनुमानगढ़,श्रीगंगानगर और करौली क्षेत्र के किसानों को कर्जमाफी नही होने के चलते आत्महत्या जैसे कठोर कदम भी उठाने पड़े है | जो कि राज्य सरकार के माथे पर काला धब्बा है |