उद्योग विभाग की ओर से आयोजित तीन दिवसीय जिला स्तरीय हस्तशिल्प प्रदर्शनी का सभापति ने किया शुभारंभ,
प्रदर्शनी का किया अवलोकन, हस्तशिल्पियों के उत्पादों ने मन मोहा
चूरू, जिला प्रशासन तथा जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र की ओर से जिला मुख्यालय स्थित सैनिक विश्राम गृह में तीन दिवसीय जिला स्तरीय हस्तशिल्प प्रदर्शनी गुरुवार को आरंभ हुई। मुख्य अतिथि नगर परिषद सभापति पायल सैनी ने प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। इस मौके पर संबोधित करते हुए सभापति पायल सैनी ने कहा कि चूरू के हस्तशिल्पियों ने दुनिया भर में अपनी पहचान कायम की है और लगातार इसमें बेहतरी आ रही है। चूरू अपने चंदन शिल्पियों के कारण तो आज मशहूर है ही, यहां के वुडन हैंडीक्राफ्ट का काम भी विश्व स्तर पर अपनी पहचान बना चुका है। इसमें अलावा अनेक प्रकार के उत्पाद यहां के हस्तशिल्पी और उद्यमी तैयार कर रहे हैं। राज्य सरकार ने इन हस्तशिल्पियों और उद्यमियों को बढावा देने के लिए लगातार काम किया है और गंभीर प्रयास किए हैं, जिनका परिणाम आज देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हस्तशिल्प प्रदर्शनी निस्संदेह यहां के उद्यमियों, हस्तशिल्पियों को प्रोत्साहन देने में कारगर साबित होगी और इसके बेहतर परिणाम आएंगे। उन्होंने राजीविका महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों की सराहना करते हुए कहा कि ग्रामीण महिलाएं इतना उत्कृष्ट काम कर रही हैं, जो महिला सशक्तीकरण और वित्तीय जागरुकता का अनूठा नमूना है। उन्होंने उद्यमियों से आग्रह किया कि जागरुक होकर राज्य सरकार की योजनाओं का भी लाभ उठाएं और न केवल स्वयं आर्थिक तौर पर मजबूत बनें, अपितु दूसरे लोगों को भी रोजगार दें।
अध्यक्षता करते हुए विश्वकर्मा औद्योगिक संघ के अध्यक्ष धर्मेंद्र बुडानिया ने कहा कि उद्यमियों को प्रोत्साहन के लिए सरकार के प्रयास सराहनीय है और प्रत्येक स्तर के उद्यमी को बढावा एवं सहयोग दिया जा रहा है। राज्य सरकार की नीतियां उद्यमियों के लिए बेहतरीन हैं और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस विषय में सदैव संवेदनशीलता का परिचय दिया है।
विशिष्ट अतिथि सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय ने कहा कि वर्तमान समय में उद्यम स्थापित करने वाले युवाओं के लिए बेहतरीन माहौल है और एक संवेदनशीलता का अहसास हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रत्येक वर्ग को यह संवेदनशील स्पर्श देने का काम किया है और छोटे-बड़े समस्त उद्यमियों के लिए योजनाएं संचालित की जा रही हैं।
उद्योग महाप्रबंधक नानूराम गहनोलिया ने अतिथियों का स्वागत किया और बताया कि प्रदर्शनी तीन दिन चलेगी। शुक्रवार को मेहंदी प्रतियोगिता, दस्तकार प्रतियोगिता, अंतर विद्यालय बालिका समूह नृत्य सांस्कृतिक प्रतियोगिता, उत्कृष्ट स्टॉल प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले संभागियों से आग्रह किया है कि वे शुक्रवार सवेरे समय से उपस्थित होकर अपना पंजीकरण करवाएं।
कार्यक्रम में जिला वक्फ कमेटी के संरक्षक जमील चौहान, पार्षद युसुफ खां मोयल, पार्षद गोकुल शर्मा, पार्षद कुलदीप तंवर, पार्षद विनोद खटीक आदि मंचस्थ रहे। इस दौरान सभापति पायल सैनी, धर्मेंद्र बुडानिया, जमील चौहान सहित अतिथियों ने चंदन की कलात्मक वस्तुओं, वुडन फर्नीचर के डिजायनदार उत्पाद, बंधेज के उत्पाद, लाख बैंगल, बच्चों के खिलौनों, हैंडलूम उत्पाद, लोहे के हैंडीक्राफ्ट आइटम, पापड़, मंगोड़ी, विभिन्न प्रकार के मसाले, रेडीमेड गारमेंट, देसी मोचड़ी एवं चमड़े के डेकोरेट आईटम एवं घरेलू सजावट के उत्पाद आदि उत्पादों की स्टॉल का अवलोकन किया और इसकी सराहना की। इस दौरान लोक कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। संचालन नानकराम ने किया।
कार्यक्रम के दौरान आत्मा के परियोजना निदेशक दीपक कपिला, महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक संजय कुमार, बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान के निदेशक अमन दीप सिंह, अग्रणी बैंक प्रबंधक अमर सिंह, रीको के क्षेत्रीय प्रबंधक एसके गुप्ता, प्यारेलाल दानोदिया, महबूब खान, ज्योति सिंह, सहायक प्रशासनिक अधिकारी आदूसिंह, श्रीकृष्ण अग्रवाल, विकास कुमार, रोहित चौहान, महेश जांगिड़, विनोद कुमार जांगिड़ सहित अधिकारी, जनप्रतिनिधि, मीडियाकर्मी, नागरिक, हस्तशिल्पी, उद्यमी एवं कलाकार मौजूद रहे।