पति-पत्नी बिना किसी डर के दिन रात लगे है लोगों के उपचार में
गुढ़ा गौड़जी [संदीप चौधरी] झुंझुनू जिले के हमीरवास बिसनपुरा की बेटी है ममता मलसीसर कस्बे के कालेरा का बास की बहु है ममता पीबीएम अस्पताल बीकानेर मे (GNM)नर्स, सेकिंड ग्रेड स्टॉफ नर्स के पद पर कार्यरत है जो इस समय कोरोना वायरस आईसीयू वार्ड में मानवता की रक्षा में तैनात हैं इसके साथ ही ममता के पति सुनील कुमार मेघवाल भी पीबीएम अस्पताल में स्टाफ नर्स के पद पर कार्यरत हैं। सुनील की ड्यूटी सर्जरी वार्ड में है जबकि ममता कोरोना पॉजिटिव यूनिट में अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की सेवा में लगी हुई है। ममता ने बताया कि हम पति-पत्नी बिना किसी डर के दिन रात लोगों के उपचार में लगकर अपनी ड्यूटी ईमानदारी से निभा रहे हैं पीबीएम अस्पताल के स्टाफ से बात करने पर पता लगा कि पॉजिटिव लोगों के साथ सकारात्मक व्यवहार कर उन्हें करोना के प्रति मानसिक रूप से मजबूत बनाकर सकारात्मक नजरिया अपनाने की सलाह भी देती रहती है ममता। वह अपने घर परिवार को छोड़कर हॉस्पिटल के पास( वीरा सेवा सदन )में रहती है। ममता के दो बच्चे है बड़ा बेटा अनिरुद्ध 8वर्ष का है जो अपने पिता के साथ घर पर रहता है 2वर्ष के छोटे बेटे अभिनव को ममता ने अपने गाँव हमीरवास बिसनपुरा मे अपनी माँ के पास भेज रखा है। ममता ने बताया कि मैं पिछले 1 महीने से अपने घर नहीं गई हूं। इस विकट घड़ी में अपने बच्चों से दूर रहना बहुत मुश्किल हो रहा है लेकिन कोरोना पॉजिटिव लोगों के बीच में रहने के कारण परिवार में संक्रमण न फैले इसलिए अपनों से दूर रहना ही उचित है। जब बच्चों से बात करनी हो तो व्हाट्सएप वीडियो कॉलिंग कर बात करती हू। कोरोना वॉरियर बनकर देश के लिए अपनी जान भी गवा दे तो मुझे कोई फ़िक्र नहीं। देश की सेवा करना हमारा धर्म है, सेवाभावी ममता से जब हमारे सवांदाता संदीप चौधरी ने फोन पर बात की तो पता चला की ममता के पिता सज्जन कुमार हमीरवास बिसनपुरा निवासी भी कोरोना वॉरियर बनकर देश सेवा मे तैनात है लेब टेक्निशयन है और कोरोना पॉजिटिव लोगो के सेम्पल लेने का काम करते है। ममता का पुरा परिवार देश हित मे अपनी जान जोखिम मे डाल कर लोगो की सेवा मे लगा हुआ है। ममता पूरे जज्बे के साथ देश सेवा मे कोरोना वॉरियर बनकर मुस्तैद है।