कस्बे में राम गोपाल पुरोहित द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ के तृतीय दिवस पर कथावाचक भागवत आचार्य राधेश्याम जी शास्त्री ने भक्त ध्रुव एवं प्रहलाद भगत के चरित्र चित्रण का मर्मस्पर्शी वर्णन किया। प्रवचन में अंतर कथाओं का रोचक प्रसंग के साथ उपदेश दिया कि जाने अनजाने भी हरि का नाम मुख से निकले तो व्यक्ति भवसागर से पार उतर जाता है। प्रायश्चित ही पाप मुक्ति का मार्ग है। भगवान नरसिंह अवतार कथा के साथ ही चित आकर्षक झांकी का भव्य आयोजन किया गया। कीर्तन भजन के साथ श्रद्धालु भक्तजन नृत्य करते हुए झूमने लगे। कथा में राम प्रकाश शर्मा, चंद्र प्रकाश शर्मा, महेश सोमानी, नरेंद्र शर्मा गदला कला सरपंच, उमाकांत शर्मा, ओम प्रकाश केडिया, गोकुल आटा, सुरेश चंद्र लाटा, बनवारी लाल सैनी, राजेंद्र शर्मा, भगवानाराम स्वामी, सज्जन जांगिड़, सज्जन खेतान, सीताराम जांगिड़ सहित आसपास के क्षेत्र से आए हुए सैकड़ों श्रद्धालुओं से पंडाल खचाखच भरा रहा।