चूरू, प्रशासन गांवों के संग अभियान 2023 अंतर्गत मंगलवार को सरदारशहर उपखंड के बुकनसर बड़ा में हुआ कैंप एक परिवार के लिए उपयोगी साबित हुआ, जिनमें पिछले 10 साल से कृषि भूमि विभाजन का प्रकरण लंबित था। प्रकरण के मुताबिक, बुकनसर बड़ा में चल रहे दो दिवसीय कैंप के दूसरे दिन मंगलवार को ओमप्रकाश पुत्र गोपाल ने उपस्थित होकर शिविर प्रभारी एसडीएम बिजेन्द्र सिंह के समक्ष उपस्थित होकर निवेदन किया कि उनके चार भाइयों में आपसी मनमुटाव के कारण कृषि भूमि का विभाजन नहीं हो पा रहा है। सभी भाई इस कारण सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ भी नहीं ले पा रहे हैं। कोर्ट-कचहरी में वकील कर विभाजन उनके लिए बहुत परेशानी और खर्च भरा है। शिविर प्रभारी ने ओमप्रकाश की बात सुन, शेष तीनों भाई जगदीश, मुखराम व श्रवण को ग्राम विकास अधिकारी के जरिए शिविर में बुलाया। शिविर प्रभारी एसडीएम बिजेंद्र सिंह और अन्य अधिकारियों ने चारों भाइयों को समझाया और सहमति से विभाजन के लिए राजी किया। शिविर प्रभारी के आदेशानुसार, पटवारी हलका बुकनसर बड़ा व भू अभिलेख निरीक्षक भानीपुरा ने चारों भाइयों की सहमति के अनुसार विभाजन प्रस्ताव तैयार किया। तहसीलदार भानीपुरा द्वारा विभाजन प्रस्ताव स्वीकृत किया जाकर राजस्व रिकॉर्ड में नामान्तरण दर्ज करवाया। शिविर प्रभारी द्वारा मौके पर ही चारों भाइयों को जमाबंदी की प्रति दी गई।
सभी भाइयों ओमप्रकाश, जगदीश, मुखराम व श्रवण में शिविर प्रभारी की संवेदनशीलता की सराहना करते हुए राज्य सरकार व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया और कहा कि समय-समय पर इस प्रकार के जनहितैषी कैम्पों का आयोजन किया जाना चाहिए।