रजत कुमार बने आत्मनिर्भर
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से हुए लाभान्वित
यदि इंसान में ईमानदारी से कुछ कर गुजरने का जुनून हो तो सरकारी योजनाए भी लोगो के लिए सीढिया बन जाती है। इसका उदाहरण है रजत कुमार सैनी पुत्र बीरबल राम सैनी जो कि ग्राम हुकमपुरा तहसील उदयपुरवाटी झुंझुनू के निवासी हैं। उनके पिता कृषि कार्य करते हैं एवं माता गृहिणी हैं। रजत कुमार ने बी.कॉम तक शिक्षा ग्रहण करने के बाद काफी समय तक सरकारी नौकरी हेतु परीक्षाओं की तैयारी की, लेकिन उन्हें सफलता प्राप्त नहीं हो सकी। वे बेरोजगारी के कारण काफी परेशान थे। ऎसे में उन्हें एक दिन जिला उद्योग केन्द्र, झुंझुनू द्वारा पंचायत समिति,उदयपुरवाटी में आयोजित औद्योगिक प्रोत्साहन शिविर में जानकारी मिली कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना में बैंक के माध्यम से 25 लाख रूपए तक की ऋण सहायता उपलब्ध करवाई जाकर, इस पर 35 प्रतिशत का अनुदान भी देय है। रजत कुमार ने स्वरोजगार हेतु मार्केट का सर्वे किया व उन्हें जानकारी मिली कि अगर हवाई चप्पल निर्माण की यूनिट लगाई जाए, तो बहुत अच्छा लाभ प्राप्त किया जा सकता है। इसके बाद रजत कुमार ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना में 29 जनवरी 2019 को ऑनलाईन आवेदन किया। जिला स्तरीय कमेटी द्वारा आवेदन को चयन कर उनका आवेदन ऑनलाईन ही चाही गई बैंक शाखा यूको बैंक, गुढ़ागौडजी को भिजवा दिया गया। बैंक शाखा प्रबन्धक ने विचार-विमर्श कर उनके आवेदन पत्र पर 3 लाख 50 हजार रूपए की ऋण सहायता एवं 1 लाख 22 हजार 500 रूपए की अनुदान राशि को स्वीकृत कर दिया। रजत कुमार ने बैंक से राशि प्राप्त कर, जयपुर एवं दिल्ली से मशीन एवं कच्चा माल क्रय कर 10 मार्च 2019 को अपने गांव हुकुमपुरा में ‘स्काई फुटवियर’ नाम से हवाई चप्पल उत्पादन चालू कर दिया। उन्होंने इस कार्य में सहयोग के लिए आसपास के 5 लोगों को भी रोजगार उपलब्ध करवाया है। साथ ही समय मिलने पर उनकी माताजी भी इस कार्य में सहयोग करती हैं। रजत कुमार बताते हैं कि उनके द्वारा प्रतिमाह लगभग 1 लाख रूपये का टर्नऑवर कर लिया गया जाता है, जिसमें से करीब 10-15 प्रतिशत की बचत उन्हेें हो रही है। वे फिलहाल झुंझुनू, नवलगढ़, उदयपुरवाटी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के किराना एवं जनरल स्टोर्स पर अपने उत्पाद की सप्लाई कर रहे हैं। वे बताते हैं कि कुछ समय पश्चात् निश्चित रूप से उनका कारोबार व मुनाफा और बढे़गा, जिससे उन्हें अधिक लाभ मिल सकेगा। अब रजत कुमार पूर्ण आत्मविश्वास के साथ अपने व्यवसाय का संचालन कर रहे हैं व अन्य युवाओं को भी प्रेरित कर रहे हैं। वे कहते हैं कि जो युवा बेरोजगार हैं, उन्हें मेरी सलाह है कि वे कल्याणकारी राजकीय योजनाओं का लाभ उठाकर स्वरोजगार की ओर कदम बढ़ाएं व आत्मनिर्भर बनकर राष्ट्र की उन्नति में अपना योगदान दें।