जिला स्तरीय क्वारेंटन प्रबंधन समिति की बैठक को किया सम्बोधित
झुंझुनू, जिला कलेक्टर उमर दीन खान ने कहा कि कोरोना वायरस के तहत राज्य सरकार द्वारा जो होम/संस्थागत क्वारेंटीन सेंटरों की व्यवस्था लागू की गई है, इसकी सख्ती से पालना होनी चाहिए। जिला कलेक्टर ने कहा कि जिस व्यक्ति को होम क्वारेंटीन व्यवस्था में रखा जाता है, उसकी प्रभावी मॉनिटरिंग होनी चाहिए। वे आज सोमवार को कलेक्टे्रट सभागार में जिला स्तरीय क्वारेंटन प्रबंधन समिति की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। जिला कलेक्टर ने जिला स्तरीय क्वारेन्टीन प्रबंधन समिति का विस्तार करते हुए कहा कि इस समिति में अन्य लोगों को भी जोडा जाएगा, ताकि होम क्वारेंटीन व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकें। उन्होंने बताया कि इसमें चिकित्सक, नर्सिग, पटवारी, ग्रामसेवक यूनियन के जिला प्रभारी, धार्मिक धर्मगुरूओं, प्रत्येक ब्लॉक से एक-एक एन.जी.ओ. के प्रतिनिधि, अन्य भामाशाहों को जोडने के निर्देश दिए हैं।
आमजन से अपील – जिला कलेक्टर ने आमजन से कहा है कि होम क्वारेंटीन किसी प्रकार की कोई सजा नहीं है बल्कि कोरोना के संक्रमण का बचाव है, इसलिए जिस व्यक्ति को क्वारेंटीन किया जाए, वह व्यक्ति राज्य सरकार एवं चिकित्सा विभाग की ओर से जारी एडवायजरी का पूरा ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि संबंधित व्यक्ति अपने परिवारजन, आस-पडौस, रिश्तेदार या अन्य लोगों से निर्धारित समय तक किसी प्रकार का सम्पर्क नहीं करें, ताकि इसके संक्रमण को फैलने से रोका जा सकें। उन्होंने आमजन से कहा कि वे भी अपनी जिम्मेदारी निभाए और ऎसे लोगों को इसकी पालना करने के लिए समझाऎं। जिला कलेक्टर ने कहा कि कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिए आमजन सावधानी बरते। जिला कलेक्टर ने आदेश दिए कि कोरोना के बचाव के लिए सभी राजकीय एवं निजी कार्यालयों में कोरोना से संबंधित निर्धारित प्रारूप के अनुसार जगह चिन्हि्त कर वॉल पैंटिंग करवाएं, इसके साथ ही संबंधित नगर परिषद तथा नगर पालिका अपने-अपने क्षेत्र में सार्वजनिक स्थलों पर निर्धारित स्लॉगन लिखवाएं, ताकि लोगों में कोरोना से बचने के उपाय एवं अन्य जानकारी मिल सकें। बैठक में सीईओ रामनिवास जाट, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. छोटेलाल गुर्जर, पीएमओ डॉ. शुभकरण कालेर, आयुक्त रोहित मील, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम दज जाट, सावर्जनिक निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।