आयोजित गायत्री महायज्ञ व धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम में
मण्डावा, वरिष्ठ भाजपा नेता इजी. प्यारेलाल ढूकिया ने कहा कि भारतीय संस्कृति विश्व की सर्वश्रेष्ठ संस्कृति है। भारतीय संस्कृति मानव जीवन के विकास को उच्च स्तर पर ले जाने की कला सिखाती है। संस्कृति कुविचारों को मिटाती है, तो वहीं सुसंस्कारों का पोषण करती है। वे आज यहां झुझुनूं रोङ स्थित इन्द्रा कॉलोनी के गायत्री आश्रम में शांतिकुन्ज हरिद्वार के तत्वावधान में आयोजित गायत्री महायज्ञ व धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा जहां सभ्यता के विकास एवं व्यावहारिक ज्ञान के संर्वधन के लिए आवश्यक है, वहीं विद्या अपने जीवन के उद्देश्यों को समझने, अनगढ़ता को सुगढ़ता में बदलने और जीवन जीने की कला के शिक्षण में रूप में जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज का युवा नचिकेता, विवेकानंद, पं. श्रीराम शर्मा आचार्य के जैसे सकारात्मक विचारों के साथ जीवन जिये तो स्वयं के साथ उनके निकटवर्ती लोग भी सही दिशा में चलने लगेंगे। उन्होंने कहा कि जीवन में ऊंचाइयों को छूना हो, तो महापुरुषों की जीवनी, श्रेष्ठ साहित्यों के नियमेित रूप से अध्ययन करना चाहिए एवं सद्गुणों को जीवन में अपनाना चाहिए। इस मौके पर यज्ञाचार्य पं. एनएन पारीक ने पूजा -अर्चना सम्पन्न करवाई । कार्यक्रम में पूर्व पालिकाध्यक्ष राधेश्याम धाभाई, संदीप शर्मा, रणवीर मील, विद्याघर टोडासरा, देवेन्द्र जागिङ, जेपी सीगड़ा, सूर्य प्रकाश लाहोरा व जगदीश तेतरवाल सहित अनेक श्रद्वालु उपस्थित थे। अन्त में आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया ।