इलेक्ट्रॉनिक कचरे के संग्रहण के लिए अभियान 9-10 मार्च को
चूरू, राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल एवं गोदरेज इण्डिया लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में चूरू शहर में 9 एवं 10 मार्च को इलेक्ट्रोनिक वेस्ट के संग्रहण हेतु अभियान चलाया जायेगा। जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ई-वेस्ट मोबाईल वैन को हरी झंडी दिखाकर अभियान का शुभारंभ करेंगे। प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी अरविंद कुमार ने बताया कि अभियान के तहत ई-वेस्ट के संबंध में जानकारी प्रदान करने हेतु चूरू शहर में 7 एवं 8 मार्च को ई-रिक्शा के माध्यम से जन-जागरुकता अभियान चलाया जायेगा। 9 एवं 10 मार्च को चूरू शहर में जगह-जगह पर इलेक्ट्रोनिक वेस्ट संग्रहण हेतु केन्द्र स्थापित किये जायेंगे। संग्रहण केन्द्रों पर ई-वेस्ट देने वालों को उसके एवज में उचित राशि (निर्धारित दर) का भुगतान किया जायेगा एवं प्रोत्साहन के रूप में उसे ई-प्रमाण पत्र भी जारी किया जायेगा।
क्या है ई वेस्ट –
खराब व अनुपयोगी इलेक्टि्रकल एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे कम्प्यूटर, लैपटॉप, प्रिन्टर, मोबाईल फोन, घरेलू उपकरण, चिकित्सा उपकरण, ऑडियो/विजुअल उपकरण आदि को ई-वेस्ट की श्रेणी में सम्मिलित किया गया है। इलेक्टि्रकल उपकरणों के गैर वैज्ञानिक निस्तारण के कारण हानिकारक हैवी मैटल्स एवं अन्य प्रदूषक एवं रासायनिक तत्व पर्यावरण को दूषित करते हैं जो कि मानव शरीर में पहुंचकर गंभीर रोग उत्पन्न कर सकते हैं। सभी प्रकार के ई-वेस्ट के वैज्ञानिक निस्तारण के लिए अधिकृत डिस्मेंटलर/रिसाईक्लर की सूची राज्य मण्डल की अधिकृत वेबसाईट www.environment.rajasthan.gov.in पर उपलब्ध है। ई-वेस्ट का निस्तारण वैज्ञानिक तरीके से ऑथोराइज रिसाइकलर के द्वारा ही किया जाना चाहिए ना कि कबाड़ी द्वारा। राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल ने आमजन से अनुरोध किया है कि इस ई-वेस्ट अभियान के तहत अधिक से अधिक ई-वेस्ट को शहर में स्थापित संग्रहण केन्द्रों पर देकर ई-वेस्ट के उचित निस्तारण में अपनी भागीदारी निभाएं।