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अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस विशेष – दांतारामगढ़ की महिलाएं भी है हर क्षेत्र में आगे

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस आज

दांंतारामगढ़, [प्रदीप सैनी ] पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को मनाया जाता है। दांंतारामगढ़ की महिलाएं देश सेवा, शिक्षा, चिकित्सा, राजनीति, खेल आदि क्षेत्रों में नाम रोशन कर रही हैं। मातृशक्ति को  हर क्षेत्र में हम आगे बढ़ते हुए देख रहे हैं। विभिन्न परीक्षाओं की मेरिट लिस्ट में तेजी से आगे बढ़ रही हैं। किसी समय इन्हें कमजोर समझा जाता था, किंतु इन्होंने अपनी मेहनत और मेधा शक्ति के बल पर हर क्षेत्र में प्रवीणता अर्जित कर ली हैं।

शिवा चौधरी

प्रशिक्षु आरएएस व टिब्बी बीडीओ शिवा चौधरी को  रावतसर एसडीएम का अतिरिक्त चार्ज दिया गया था। इसको लेकर हनुमानगढ़ कलेक्टर जाकिर हुसैन ने आदेश जारी किए थे।  शिवा चौधरी को एसडीएम रावतसर का पदभार संभालते हुए करीब दो साल हो चुके हैं। शिवा चौधरी बानूड़ा निवासी व श्री कल्याण अस्पताल सीकर के अधीक्षक डॉ. महेन्द्र खीचड़ की पत्नी हैं।

स्वाति शेखावत

पूर्व उपराष्ट्रपति स्व.भैरों सिंह शेखावत के छोटे भाई स्व. बिशनसिंह शेखावत खाचरियावास की पौती व वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार  ठा. जितेंद्र सिंह शेखावत की पुत्री   स्वाति शेखावत थल सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। स्वाति के पति अभिमन्यु सिंह खींची भी भारतीय सेना में लेफ़्टिनेंट कर्नल हैं। स्वाति सेना में 15 सालों से कार्यरत है व क्षेत्र में  लेफ्टिनेंट कर्नल बनने वाली  पहली महिला हैं।

डॉ. रीटा सिंह

शिक्षाविद पूर्व जिला प्रमुख डॉ. रीटा सिंह दांतारामगढ़ क्षेत्र की प्रथम महिला जिला प्रमुख सन्  2010 में बनी थी। इनके कार्यकाल में सीकर जिला परिषद को प्रदेश में सर्वश्रेष्ठ जिला परिषद पुरस्कार भी मिला था । डॉ. रीटा सिंह का कहना है कि
इंसान को यह नहीं भूलना चाहिए कि नारी द्वारा जन्म दिए जाने पर ही वह दुनिया में अस्तित्व बना पाया है और यहां तक पहुंचा हैं। उसे ठुकराना या अपमान करना सही नहीं हैं। भारतीय संस्कृति में महिलाओं को देवी, दुर्गा व लक्ष्मी आदि का यथोचित सम्मान दिया गया है अत: उसे उचित सम्मान दिया ही जाना चाहिए।

मंजू बगड़िया

धींगपुर निवासी कृषक गोवर्धन लाल बुरानिया की पुत्री मंजू कृषि विभाग में सहायक कृषि अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। यह सेवानिवृत्त शिक्षक रुपाराम बगड़िया दांता की पुत्रवधू है व शिक्षक मोहित बगड़िया की पत्नी हैं। मंजू संभाग स्तर पर क्वालिटी कंट्रोल (खाद, बीज, कीटनाशक ) कार्यक्रम का अवलोकन का कार्य तथा महिला उत्पीड़न निवारण समिति की सदस्य है तथा सामाजिक क्षेत्र व महिला  अधिकार व जागरूकता हेतु प्रयासरत हैं। मंजू सन् 2012 में कृषि सुपरवाइजर दांता में व सन् 2013 से सीकर में कार्यरत हैं।

डॉ. कंचन कुमावत

दांतारामगढ़ कस्बे के जानेमाने वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ. बी.एल. कुमावत की पुत्री डॉ. कंचन कुमावत ने अरबिंदो हॉस्पिटल इंदौर मध्यप्रदेश में कोरोना महामारी में अपनी सेवाएं प्रदान की जहां कोरोना योद्धाओं की कोराना की वजह से काफी लोगो की मौत भी हुई थी। ऐसी जगह पर दांतारामगढ़ की डाॅ. कंचन कुमावत ने अपना फर्ज निभाते हुए दिन रात कोरोना मरीजों का इलाज किया था। डॉ. कंचन वर्तमान में एसएमएस जयपुर में चर्म रोग विशेषज्ञ हैं।

नयन कंवर

राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय रानोली  में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत भारीजा की नयन कंवर अपनी टीम के सदस्यों के सहयोग से क्षेत्र की बालिकाओं को संस्कारित, अनुशासित शिक्षा देने के लिए प्रयासरत हैं जिससे समाज के लिए श्रेष्ठ नागरिकों का निर्माण हो सके। नयन कंवर एक जुझारू एवं सशक्त महिला है जिन्होंने शिक्षा एवं सामाजिक क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किये है, जो क्षेत्र की बालिकाओं एवं महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं।

अनिता किरोड़ीवाल

भागदौड़ भरी जिंदगी में भी हर स्त्री सुंदर दिखना चाहती है और इसके लिए तमाम जतन भी करती हैं। दांता की अनिता किरोड़ीवाल ने बीए करने के बाद  मुम्बई में सन् 1999 में सजना संवरना सीखा। अनिता ने दांता में सन् 2001 में पहला सोनाली ब्यूटी पार्लर खोला था। अनिता ने 21 सालों में सैकड़ों महिलाओं व लड़कियों को ब्यूटी पार्लर का काम सिखा चुकी हैं। अनिता से सीखकर भी बहुत सी महिलाएं ब्यूटी पार्लर खोल चुकी हैं। अनिता ब्यूटी पार्लर के अलावा सामाजिक, धार्मिक व समाज सेवा जैसे कार्य में सक्रिय रहती हैं।

दुर्गा कुमारी

आरएएस दुर्गा कुमारी ठेहट निवासी भंवरलाल की पुत्री हैं। दुर्गा कुमारी सन् 2013 से स्वायत्त शासन विभाग जयपुर के नगर निगम जयपुर में व उसके बाद चित्तौड़गढ़ नगर परिषद आयुक्त के पद पर रही एवं वर्तमान में भीलवाड़ा नगर परिषद आयुक्त के पद पर पदस्थापित है।इनका कहना है कि घर-परिवार  के कामों में एक आम महिला का जीवन कब बीत जाता है, पता ही नहीं चलता। कई बार वे घर-परिवार की खातिर अपने अरमानों का भी गला घोंट देती हैं। उन्हें इतना समय भी नहीं मिल पाता है वे अपने लिए भी जिएं। परिवार की खातिर अपना जीवन होम करने में भारतीय महिलाएं सबसे आगे हैं।

रिया खेतान

दांता की रिया खेतान वर्तमान में  नेशनल यूनिवर्सिटी सिंगापुर में  कम्प्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रही हैं। नेशनल यूनिवर्सिटी सिंगापुर द्वारा रिया को 4 साल के कोर्स के लिए एक लाख साठ हजार डॉलर की शत प्रतिशत स्काॅलरशिप दी गयी है एवं उसके अलावा यूनिवर्सिटी की तरफ से खर्चे के लिए दस हजार पांच सौ डॉलर का सालाना भता भी दिया जाता हैं। रिया का एडमिशन भारत की एनआईटीएस में भी हो गया था, लेकिन अंत में नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर को चुना जिसकी विश्व में चौथी रेंक हैं। कम्प्यूटर साइंस में ओवरऑल व विश्व में ग्यारहवीं रेंक एवं एशिया में नम्बर एक हैं।

चंचल शेखावत

करड़ की चंचल शेखावत  आरपीएफ रेलवे प्रोटेक्शन फाॅर्स में एसआई पद पर कार्यरत हैं। करड़ की बेटी चंचल शेखावत बचपन से शिक्षा ही नही अपितु प्रत्येक क्षेत्र में अव्वल रही हैं। चंचल ने ओवरऑल बेस्ट कैडिट-टॉपर, बेस्ट इनडोर टॉपर, ओवरऑल बेस्ट कमाण्डर के मैडल की उपलब्धियां भी हासिल की हैं। चंचल ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवारजनों को दिया। चंचल का कहना है कि ये मात्र उस मुक़ाम की शुरूआत हैं।

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