रोडवेज चालक रणवीर की सजगता ने चोरों के मंसूबे पर फेर दिया पानी
रोडवेज चालक रणवीर बने सजगवीर
झुंझुनू, आए दिन चोरी व अन्य आपराधिक घटनाएं समाचारों की सुर्खियां बनती रहती हैं लेकिन एक आम व्यक्ति की सजगता से ऐसी घटनाओं पर कैसे लगाम लगाई जा सकती है इसका सबसे अच्छा उदाहरण आज झुंझुनू जिला मुख्यालय पर देखने को मिला। राजस्थान डायग्नोस्टिक एवं मेडिकल सेंटर के बाहर स्कॉर्पियो गाड़ी खड़ी थी। सुबह चार बजे स्विफ्ट गाड़ी में आए चार लुटेरों ने गाड़ी का लॉक तोड़कर उसे चुराने की पुरजोर कोशिश की यहां तक कि उन्होंने स्कॉर्पियो की गाड़ी का लॉक भी तोड़ लिया था लेकिन राजस्थान रोडवेज के चालक रणवीर सिंह श्योराण की सजगता से चोरों के मंसूबे पूरे नहीं हो सके। रणवीर सिंह अपने घर से पैदल रोडवेज डिपो की तरफ ड्यूटी के लिए जा रहे थे तभी उन्हें राजस्थान डायग्नोस्टिक सेंटर के पास एक स्विफ्ट गाड़ी खड़ी हुई दिखाई दी जिसमें 4 लड़के बैठे थे उनको देखकर उन्हें कुछ शक हुआ तो कुछ दूरी पर जाकर छिप कर उनके घटनाक्रम को देखने लगे। जब उन्हें पूरी तरह आभास हो गया कि यह लड़के किसी वारदात को अंजाम देने के लिए आए हैं तो उन्होंने उनकी तरफ दौड़ लगाई। जिसके कारण वह लड़के स्विफ्ट गाड़ी लेकर मंडावा मोड की तरफ भाग छूटे। इस पूरे घटनाक्रम में रोडवेज चालक रणवीर की सजगता के कारण चोरों के मंसूबे पूरे नहीं हुए। रोडवेज के चालक रणवीर इस मामले में सजग वीर साबित हुए जिनकी हर कोई प्रशंसा कर रहा है। वर्तमान में हर व्यक्ति अपने आप में सीमित हो चुका है जिसके चलते वह सामाजिक सरोकारों और जिम्मेदारियों को देख कर भी अनदेखा कर देता है लेकिन रोडवेज चालक रणवीर ने ऐसा नहीं किया जिसके फलस्वरूप चोरों की सारी मेहनत पर पानी फिर गया। वही राजस्थानी डायग्नोस्टिक्स एंड एवं मेडिकल सेंटर के प्रोपराइटर राम कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि यह गाड़ी मेरे लड़के के नाम पर है। मुझे जैसे ही इसकी सूचना मिली हमने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन करके इसकी सूचना दी और मौके पर गस्त पार्टी पहुंची। वहां पर हमें चोरों की मास्टर की भी बरामद हुई। वही चोर गाड़ी में रखे हुए कागजात, चेक बुक, बैंक की पासबुक और कुछ पैसे ले गए। इस मामले की रिपोर्ट हमने पुलिस में भी दी है। चोरों ने गाड़ी को उड़ाने के लिए जितनी मशक्कत की थी वह सारी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई और किस प्रकार रोडवेज चालक रणवीर की सजगता ने चोरों के मंसूबे पर पानी फेर दिया वह भी काबिले तारीफ है।