कस्बे के गोयन बस्ती के लोगों ने वहां पर लंबे समय से गंदे पानी के भराव की समस्या को लेकर मतदान बहिष्कार करने की चेतावनी दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि एक तरफ देश में स्वच्छ भारत अभियान चल रहा है ऐसी स्थिति में यहां के लोग नरक के समान जीवन व्यतीत कर रहे हैं। वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाव के लिए फागिंग, एंटीलारवा जैसी कार्यवाही करवाई जा रही है। जिसके तहत एक अभियान चलाया हुआ है। एक तरफ तो सरकार मच्छरों से फैलने वाले रोगों को लेकर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम चला रही है। वहीं गोयन बस्ती के लोग वर्षों से इसी गंदे पानी की भराव की समस्या के बीच रहने को मजबूर हैं जिनकी कोई सुध नहीं ली जा रही है। इसी स्थान पर 11000 की लाइन का एक ट्रांसफार्मर भी गंदे पानी के भराव में लगा हुआ है जिस पर भी विभाग का ध्यान नहीं जा रहा है जिससे कभी भी बड़ा हादसा होने की संभावना बनी हुई है। स्थानीय लोगों के अनुसार इसी स्थान से होकर पेयजल आपूर्ति लाइन जा रही है जिससे रोगों के फैलने की आशंका भी बनी हुई है। स्थानीय निवासी संजय गोयन ने बताया कि क्योंकि इधर दलित वर्ग के लोग रहते हैं जिसके कारण से इस तरफ सरकार द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है और जनप्रतिनिधियों के द्वारा भी इसकी उपेक्षा की जा रही है। स्थानीय महिलाओं ने जानकारी देते हुए बताया कि घर में बैठकर भोजन करना भी दुश्वार हो चला है खाना खाते समय मच्छर थालियों में आकर गिरते हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार इस समस्या के बारे में प्रशासन को कई बार अवगत करवा दिया गया है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई देखने को नहीं मिली है। वही आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए गोयन बस्ती के लोगो ने समस्या का समाधान नहीं होने पर मतदान का बहिष्कार करने की चेतावनी भी प्रशासन को दे दी है।