दुर्गा पूजा महोत्सव जैसे आयोजन अब बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं रहे हैं धीरे-धीरे छोटे गांवों और कस्बों में भी दुर्गा पूजा के लिए पंडाल लगाकर बड़े स्तर पर इनका आयोजन किया जाने लगा है। जिले के इस्लामपुर कस्बे में दो जगह पंडाल लगाकर दुर्गा पूजा महोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। कस्बे की सुंदरकांड सेवा समिति की तरफ से पावर धाम मंदिर में हर वर्ष दुर्गा पूजा महोत्सव का आयोजन किया जाता है। वही इसी स्थान पर श्री दुर्गा शतचंडी महायज्ञ का आयोजन भी चलता रहता है। नवरात्रा स्थापना की दिन कस्बे की बड़े मंदिर से कलश यात्रा पावर धाम मंदिर पहुंचती है वहां पर 9 दिन तक मां दुर्गा की पूजा आराधना की जाती है। जिससे जिसमें कस्बे के आसपास के क्षेत्र के लोग भी बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। वही डेरिया की ढाणी में भी हर वर्ष पंडाल लगाकर दुर्गा पूजा की व्यवस्था की जाती है जिसका आयोजन स्थानीय लोगों द्वारा किया जाता है। दोनों स्थानों पर नवरात्रा में होने वाले आयोजनों के चलते कस्बे में मां भवानी के नाम की धूम मच जाती है। ऐसे आयोजनों से नई पीढ़ी में धार्मिक संस्कारों की प्रतिस्थापना होती है। वहीं यह आयोजन हमारी सांस्कृतिक विरासत को बचाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। वर्तमान में बेटी बचाओ अभियान जोर-शोर से चल रहा है वहीं भारतीय संस्कृति का हमेशा से मातृ शक्ति की आराधना को सर्वोच्च मानता रहा है।