सांसद राहुल कस्वां पहुंचे सादुलपुर, समर्थन में भारी संख्या में पहुंचे कार्यकर्ता व समर्थक
समर्थको ने चुनाव लड़ने का किया आग्रह, राहुल कस्वां ने मांगा दो दिन का समय
सादुलपुर, भाजपा से टिकट कटने के बाद आज सांसद राहुल कस्वा सादुलपुर स्थित आवास पर पहुंचे। लसेड़ी टॉल नाके से समर्थकों ने उनकी अगवानी कर काफिले के रूप में रूप में आवास पर प्रवेश किया। समर्थकों का जोश और गुस्सा इतना था कि सुबह 11 बजे ही सांसद के घर पर जमावड़ा लगना शुरू हो गया। सांसद 2 बजे पहुंचे तो जयकारों से आसमान गूंज उठा।
इससे पहले समर्थकों ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि एक होनहार सांसद की टिकट काटकर भाजपा ने लोकसभा क्षेत्र की जनता से धोखा किया है। एक सामंती सोच ने यह टिकट कटवाकर क्षेत्र की प्रगति रोकने का प्रयास किया है जिसका जवाब क्षेत्र की जनता देगी। सांसद राहुल कस्वां ने जब बोलना शुरू किया तो नारों से आसमान गूंज उठा। सांसद कस्वा ने कहा कि मैंने लोकसभा क्षेत्र की जनता के लिये दिनरात काम किया और विकास के अनगिनत काम करवाए। ट्रेनों से लेकर रेल इन्फ्रा, खेल सुविधा, फसल बीमा, सड़क इन्फ्रा पर मैंने लगातार काम किया जिसके चलते आज लोकसभा क्षेत्र तीव्र गति से विकास पथ पर चल पड़ा है। मैं तो विकास की राह पर ही चल रहा था, टिकट कटा उससे पहले दिशा की मिटिंग में क्षेत्र के मुद्दों को लेकर अधिकारीयों से वार्तालाप करके आया तो टिकट सम्बन्धि खबर आ गई।
टिकट कटने के बाद रातों रात सोचता रहा कि मेरे साथ ऐसा क्यों हुआ। संसदीय क्षेत्र की सेवा, विकास के काम और पार्टी के प्रति समर्पित रहने के साथ मैंने सदैव प्रयास किया क्षेत्र की प्रगति को आगे बढाऊं और सरकार की योजनाओं का बेहतरीन क्रियान्वयन क्षेत्र में करवाया।
सांसद कस्वां ने अपनी मां की तरफ देखते हुए और भावुक होते कहा कि ‘मां तेरा बेटा अभी जिन्दा है। उन्होंने कहा कि हमने कभी किसी पद की लालसा नहीं की। चूरू लोकसभा से बाहर कोई राजनीति नहीं की। न मंत्री, न संत्री व न महामंत्री बनने की सोच रखी। सांसद ने कहा कि एक व्यक्ति चूरू लोकसभा का भविष्य निर्धारित थोड़ी करेगा। जो समाजों को तोड़ने की बात करता हो वो हमारा भविष्य निर्धारित नहीं करेगा। हम सब साथ मिलकर हमारा भविष्य निर्धारित करेंगे। समर्थकों द्वारा चुनाव लड़ने का निर्णय लेने का भारी दबाव बनाया गया, जिसके बाद राहुल कस्वां ने दो दिन का समय मांगा। और कहा कि हम सबको मिलकर लड़ना है। ये चुनाव अब राहुल कस्वां का नहीं रहा, यह चूरू लोकसभा क्षेत्र की जनता का चुनाव है।
सांसद बोले…
मैं सोचता था पार्टी किसी व्यक्ति की नहीं, समूह की होती है। लोग बैठे हैं वो न्याय करेंगे, लेकिन वो गलत सोचा। मेरे से एक बार भी न पूछा, कम से कम मेरा व्यू तो पूछ लेते। तंज कसते हुए कहा कि ‘जयचंदों के बीच रहने वाले जयचंद, जयचंदों की बात करते हैं।’